CM Mohan Yadav: भोपाल में CM मोहन यादव ने संघ शताब्दी सभागार का उद्घाटन किया। सरस्वती विद्या मंदिर और समाज के सहयोग से शिक्षा, संस्कृति और सामुदायिक कार्यों को नई दिशा मिली।
Sangh Shatabdi Auditorium: भोपाल में समाज और सामाजिक संस्थाओं की सक्रियता ने दिखा दिया कि मिल-जुलकर किए गए प्रयासों से बड़े बदलाव संभव हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि समाज के सहयोग और संस्थाओं की भागीदारी से कई सामुदायिक महत्व के कार्य संपन्न हो पाते हैं। रतलाम के काटजू नगर में सरस्वती विद्या मंदिर परिसर में नव निर्मित ‘संघ शताब्दी सभागार’ का लोकार्पण करते हुए उन्होंने इसकी अहमियत बताई।
संघ को लेकर सीएम मोहन यादव ने क्या कहा?
सरस्वती विद्या मंदिर द्वारा की जा रही पहल सराहनीय है। जनसामान्य द्वारा दान और सहयोग से मंदिर, स्कूल और अन्य सामुदायिक भवनों का निर्माण संभव हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि यही सही मायनों में समाज की शक्ति है, जो केवल आर्थिक या सैन्य बल में नहीं, बल्कि संस्कार और सहयोग में निहित है।
क्या भारत की सांस्कृतिक विरासत ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है?
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि दुनिया में कई देश सैन्य और आर्थिक रूप से मजबूत है, लेकिन भारत दुनिया का इकलौता देश है, जहां सनातन संस्कृति से समाज चल रहा है। हम शक्ति में विश्वास न करते हुए संस्कारों में विश्वास करते हैं और सर्वे भवन्तु सुखिनः के भाव के साथ चलते हैं। भारत हजारों सालों से विश्व गुरू रहा है हमने तक्षशिला, नालंदा, विक्रमादित्य विश्वविद्यालयों के माध्यम से दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई थी। दुनिया के कई देशों के लोग सुशासन की स्थापना के लिए अपने देश के नागरिकों को शिक्षा ग्रहण करने के लिए भारत भेजते थे।

मुख्यमंत्री के नवाचार और शिक्षा नीति: क्या यही है भविष्य की राह?
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री चेतन्य काश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव उज्जैन के आधुनिक विश्वकर्मा हैं। उनके मार्गदर्शन और नवाचार ने प्रदेश में नई शिक्षा नीति को लागू करने में मदद की है। इसका असर न केवल शिक्षा में दिखाई देता है, बल्कि सामाजिक विकास और सामुदायिक कार्यों में भी महसूस किया जा सकता है।
कार्यक्रम की झलक और समाज का योगदान
कार्यक्रम में विद्या भारती के मध्य क्षेत्र के संगठन मंत्री अखिलेश मिश्रा, विद्यालय अध्यक्ष वीरेंद्र सखलेचा, और मालवा प्रांत अध्यक्ष प्रकाश धनखड़ ने भी संबोधन दिया। छात्राओं ने स्वागत गीत और आकर्षक नृत्य प्रस्तुत किए। मुख्यमंत्री ने सभागार के निर्माण के लिए राशिदान देने वाले दानदाताओं को सम्मानित किया, जिससे समाज में सहयोग और भागीदारी की भावना और मजबूत हुई।
