नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुए इंस्पेक्टर आशीष शर्मा को बोहानी में राजकीय सम्मान के साथ विदाई दी गई। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने परिजनों को सांत्वना देते हुए एक करोड़ की सहायता, पार्क-स्टेडियम निर्माण और शहीद के भाई को सब-इंस्पेक्टर पद देने की घोषणा की।
भोपाल। नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुए हॉक फोर्स के इंस्पेक्टर आशीष शर्मा का अंतिम संस्कार उनके गृह ग्राम बोहानी में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव गुरुवार को अंत्येष्टि में पहुंचे और शहीद की पार्थिव देह पर पुष्प-चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने शहीद की पार्थिव देह को कांधा भी दिया।
शहादत पर प्रदेश को गर्व: मुख्यमंत्री मोहन यादव
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इंस्पेक्टर आशीष शर्मा ने नक्सल विरोधी अभियान में अदम्य साहस दिखाया और कर्तव्य निभाते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया। उन्होंने परिजनों को सांत्वना देते हुए कहा कि आशीष शर्मा की शहादत पूरे प्रदेश के लिए गर्व की बात है।
परिवार को एक करोड़ रुपये की सहायता और स्मृति में पार्क-स्टेडियम
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि शहीद के परिवार को एक करोड़ रुपये की सम्मान निधि दी जाएगी। साथ ही बोहानी गांव में शहीद आशीष शर्मा के नाम पर एक पार्क और स्टेडियम विकसित किए जाएंगे, ताकि आने वाली पीढ़ियों को राष्ट्रप्रेम की प्रेरणा मिलती रहे और शहीद की स्मृति सदैव जीवित रहे।
शहीद इंस्पेक्टर आशीष शर्मा के छोटे भाई को सब-इंस्पेक्टर पद पर नियुक्ति
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि शहीद आशीष शर्मा के छोटे भाई को नियमों में शिथिलता बरतते हुए सब-इंस्पेक्टर के पद पर नियुक्त किया जाएगा। यह निर्णय परिवार को सहारा देने और शहीद के साहस तथा राष्ट्रप्रेम के योगदान को सम्मान देने के उद्देश्य से लिया गया है।


