सार

मध्य प्रदेश के नीमच में एक बुजुर्ग ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अनोखा विरोध प्रदर्शन किया। शिकायतकर्ता दस्तावेजों को गले में माला की तरह लटकाकर सड़क पर रेंगते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचा।

भोपाल: मध्य प्रदेश के नीमच में भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी शिकायतों को नजरअंदाज किए जाने का आरोप लगाते हुए एक बुजुर्ग ने अनोखा विरोध प्रदर्शन किया। दस्तावेजों को गले में माला की तरह लटकाकर सड़क पर रेंगते हुए शिकायतकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचा। नीमच निवासी मुकेश प्रजापति के इस अनोखे विरोध प्रदर्शन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। 

नीमच जिला कलेक्टर कार्यालय में हर मंगलवार को जनसुनवाई होती है, जिसमें लोगों की शिकायतें सुनी जाती हैं। इसी बैठक में शामिल होने के लिए मुकेश प्रजापति कई दस्तावेज रस्सी से बांधकर गले में लटकाकर रेंगते और लुढ़कते हुए पहुंचे। भ्रष्ट विलेज ऑफिसर के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर यह विरोध प्रदर्शन किया गया। मुकेश प्रजापति का आरोप है कि पिछले छह-सात सालों से शिकायतें करने के बावजूद विलेज ऑफिसर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि उन्होंने जो दस्तावेज गले में लटकाए हैं, वे विलेज ऑफिसर द्वारा किए गए भ्रष्टाचार के सबूत हैं। 

सब डिविजनल मजिस्ट्रेट ममता खेड़े ने बताया कि मुकेश प्रजापति द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच पंचायत और ग्राम विकास विभाग पहले ही कर चुके हैं। जिला कलेक्टर हिमांशु चंद्र ने बताया कि शिकायतों की नए सिरे से जांच के आदेश दे दिए गए हैं और तीन दिन के भीतर रिपोर्ट देने को कहा गया है। शिकायतों की जांच के लिए एक टीम गांव भी भेजी गई है। जिला कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। 

मध्य प्रदेश कांग्रेस समेत कई लोगों ने विरोध प्रदर्शन का वीडियो शेयर किया है। इसमें कहा गया है कि शिकायतों और सबूतों के साथ रेंगते हुए आना पड़ रहा है, यह शिवराज सरकार की लाचारी को दर्शाता है। वीडियो शेयर करते हुए लिखा गया है कि मुकेश प्रजापति न्याय की गुहार लेकर कलेक्टर ऑफिस पहुंचे हैं।