Gwalior minister controversy: ग्वालियर के क्वालिटी रेस्टोरेंट में मंत्री नरेंद्र पटेल को टेबल न मिलने पर हंगामा! PSO की धक्का-मुक्की CCTV में कैद, फूड सेफ्टी टीम की रातोंरात जांच, व्यापारियों का विरोध—कहीं यह सत्ता का दुरुपयोग तो नहीं?
Quality Restaurant Gwalior News: मध्य प्रदेश के लोक स्वास्थ्य राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल जब ग्वालियर के मशहूर क्वालिटी रेस्टोरेंट पहुंचे और उन्हें टेबल नहीं मिली, तो माहौल गरमा गया। मंत्री की टीम ने स्टाफ से बहस शुरू कर दी, जो देखते ही देखते विवाद में बदल गई।
CCTV फुटेज वायरल: PSO ने की स्टाफ से धक्का-मुक्की
घटना का CCTV वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें मंत्री के पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर (PSO) को रेस्टोरेंट कर्मचारियों के साथ धक्का-मुक्की करते हुए देखा गया। वीडियो वायरल होते ही जनता और राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई।
मंत्री ने रात में बुला ली गई फूड सेफ्टी टीम, रेस्टोरेंट पर हुई सैंपलिंग
मंत्री पटेल ने मौके पर ही फूड सेफ्टी विभाग की टीम को बुला लिया और तुरंत खाद्य पदार्थों की सैंपलिंग करवाई गई। बताया गया कि कुछ सैंपल मौके पर ही फेल हो गए। इसके बाद प्रशासन ने रेस्टोरेंट संचालक को हिरासत में ले लिया।
क्वालिटी रेस्टोरेंट मालिक की गिरफ्तारी पर व्यापारियों का विरोध
हिरासत की खबर फैलते ही व्यापारी संगठनों ने विरोध शुरू कर दिया। उनके दबाव के बाद पुलिस ने क्वालिटी रेस्टोरेंट मालिक को छोड़ दिया। व्यापारियों ने मंत्री पर सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगाया।
मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल बोले - ये सिर्फ रूटीन चेकिंग थी
फोन पर बातचीत में मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने कहा, "मैं जहां भी जाता हूं, विभाग से जुड़े प्रतिष्ठानों की जांच करता हूं। यह कोई निजी मसला नहीं था। सैंपल फेल होने के बाद रेस्टोरेंट स्टाफ ने बदतमीजी की, इसलिए कार्रवाई की गई।"
विपक्ष का वार, जनता में सवाल - क्या यह सत्ता का दुरुपयोग नहीं?
इस घटना ने राजनीतिक रंग ले लिया है। विपक्षी नेताओं ने सवाल उठाए हैं कि क्या मंत्री अपने पद का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं? वहीं जनता भी यह जानना चाहती है कि क्या इस कार्रवाई में कोई व्यक्तिगत नाराजगी थी या वाकई फूड क्वालिटी की जांच ही मकसद था?
