सार

एमपी में बच्चों को जापानी बुखार से बचाने के लिए वैक्सीनेशन की शुरुआत हो गई है। प्रदेश में इस बुखार से बचाने के लिए करीब 37 लाख से अधिक बच्चों को टीका लगाया जाएगा।

भोपाल. मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल, इंदौर सहित आसपास के जिलों में जापानी बुखार का टीकाकरण अभियान शुरू हो गया है। जिसके तहत फ्री में 1 से 15 साल के बच्चों को टीका लगाया जाएगा। इस वैक्सीन के लगाने से बच्चों को कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होगा। सिर्फ किसी किसी बच्चे को रेडनेस की समस्या हो सकती है। लेकिन इस टीके के लगने के बाद जापानी बुखार की समस्या नहीं होगी।

ये जापानी बुखार

दरअसल जापानी बुखार फ्लेविवायरस संक्रमित मच्छरों के काटने से होता है। बताया जाता है कि ये बुखार वहां अधिक होता है। जहां चावल की खेती अधिक होती है। क्योंकि फ्लेविवायरस चावल में अधिक पाया जाता है। इसमें बच्चे को तेज बुखार आता है। हालांकि ये बुखार एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता है। इसका पता भी मच्छर के काटने के बाद 5 से 15 दिन में पता चलता है।

348 सेंटरों पर वैक्सीनेशन शुरू

जापानी बुखार से बचाने के लिए प्रदेश के चिन्हित जिलों में वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत हो चुकी है। ये टीका राजधानी भोपाल के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में ​फ्री में लगाया जाएगा। 348 सेंटरों पर ये टीका मंगलवार से शुक्रवार तक लगाया जाएगा। वहीं 20 सेंटरों पर ये टीका हर दिन लगाया जाएगा।

37 लाख बच्चों का टारगेट

इस अभियान के तहत भोपाल में 1 साल से लेकर 15 साल तक के 9 लाख बच्चों को वैक्सीन लगाई जाएगी। वहीं भोपाल, नर्मदापुरम, इंदौर और सागर जिले में मिलाकर कुल 37 लाख बच्चों को ये वैक्सीन लगाने का टारगेट है।

सेहत में नहीं होगा कोई बदलाव

अक्सर कोई भी टीका लगाने पर किसी को बुखार आती है। तो किसी का हाथ सूज जाता है। लेकिन इस टीके को लगाने से शरीर या सेहत में किसी प्रकार का बदलाव नहीं होगा। हालांकि किसी किसी बच्चे को रेडनेस की समस्या हो सकती है। अच्छी बात यह है कि ये वैक्सीन लगाने के बाद किसी प्रकार की कोई दवाई भी नहीं लेनी है। भोपाल में ये वैक्सीन हमीदिया, एम्स, जेपी हॉस्पीटल, सिविल अस्पताल, बैरागढ़ स्थित अस्पताल में मिलेगी।