The Real Karwa Chauth Miracle: करवा चौथ के दिन जब सब चांद का इंतजार कर रहे थे, तब प्रिया ऑपरेशन थिएटर में अपने पति को जिंदगी दे रही थी! आखिर कैसे एक पत्नी ने व्रत को ‘जीवनदान’ में बदल दिया? जानिए वो पल जिसने पूरे अस्पताल को भावुक कर दिया।

Karwa Chauth 2025: राजगढ़ की प्रिया और उनके पति पुरुषोत्तम की कहानी ने इस साल के करवा चौथ को एक अलग ही पहचान दी है। यह सिर्फ व्रत या परंपरा की कहानी नहीं, बल्कि त्याग, प्रेम और पुनर्जन्म की मिसाल है। जब हर पत्नी अपने पति की लंबी उम्र के लिए चांद का इंतज़ार कर रही थी, प्रिया ऑपरेशन थिएटर में अपनी किडनी देकर अपने पति की जान बचा रही थी।

क्या करवा चौथ सिर्फ व्रत तक सीमित है, या जीवनदान का प्रतीक भी बन सकता है?

राजगढ़ की प्रिया ने वो कर दिखाया जो आज के समय में असंभव सा लगता है। कुछ महीनों पहले कोविड संक्रमण के कारण उनके पति पुरुषोत्तम की दोनों किडनियां खराब हो गईं। डॉक्टरों ने कहा-“अब सिर्फ किडनी ट्रांसप्लांट ही जीवन बचा सकता है।” परिवार टूट चुका था, उम्मीदें खत्म हो रही थीं, लेकिन प्रिया ने एक दृढ़ निर्णय लिया-“अगर मेरी किडनी मेरे पति को जिंदगी दे सकती है, तो यही मेरा असली करवा चौथ होगा।”

कैसे एक पत्नी का फैसला बना करवा चौथ का चमत्कार?

डॉक्टरों ने तमाम जांचें कीं और चमत्कार यह हुआ कि प्रिया का ब्लड ग्रुप और टिश्यू पूरी तरह मेल खा गए। ऑपरेशन की तारीख तय हुई और वह दिन था करवा चौथ का। जब बाकी महिलाएं निर्जला व्रत रखकर चांद का दीदार कर रही थीं, प्रिया अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर में अपने पति के लिए जीवनदान का व्रत निभा रही थी। कई घंटे तक चले किडनी ट्रांसप्लांट के बाद डॉक्टरों ने कहा “ऑपरेशन सफल रहा।” पुरुषोत्तम की धड़कनें फिर से सामान्य हुईं, और पूरे परिवार की आंखों से खुशी के आंसू झर पड़े।

क्यों कहा पति ने “मेरी पत्नी मेरे लिए माता पार्वती है”?

आज स्वस्थ पुरुषोत्तम भावुक होकर कहते हैं-“उसने मौत से लड़कर मेरी जान बचाई। यह करवा चौथ नहीं, मेरा पुनर्जन्म था।” वहीं प्रिया मुस्कुराते हुए कहती हैं- “अब मेरे लिए हर करवा चौथ व्रत नहीं, बल्कि जीवन का उत्सव है।” उनकी यह कहानी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है और लोग उन्हें “कलयुग की सावित्री” कहकर सम्मान दे रहे हैं।

क्या आज भी सच्चा प्यार इतना ताकतवर है?

पुराने समय में ‘वीरावती’ की कथा सुनाई जाती थी, जिसने अपने व्रत से पति को जीवनदान दिलाया था। सदियों बाद, राजगढ़ की प्रिया ने उसी कथा को हकीकत बना दिया। उसने यह साबित किया कि सच्चा प्रेम किसी भी यमराज को झुका सकता है। इस करवा चौथ 2025 पर जब चाँद निकलेगा, तो राजगढ़ की प्रिया का चेहरा हर उस पत्नी के दिल में चमकेगा जिसने कभी अपने पति की सलामती के लिए चांद को निहारा है।