सार

स्कूल से घर लौट रही एक लड़की को उसी के चार दोस्त बहला फुसलाकर जंगल में ले गए और वहां उसके साथ गैंगरेप किया। इसके बाद एक दोस्त उसे शादी का झांसा देकर महाराष्ट्र तक ले गया।

खंडवा. मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में एक आदिवासी लड़की के साथ चार दोस्तों ने मिलकर गैंगरेप किया है। नाबालिग 11 वीं कक्षा में है जो स्कूल से घर जा रही थी। तभी उसके सोशल मी​डिया से जुड़े दोस्त उसे बाइक पर बिठाकर ले गए। इसके बाद उन्होंने बारी बारी से बलात्कार किया। इस दौरान छ़ात्रा चीख चीख कर छोड़ देने और दया करने की भीख मांगती रही। लेकिन किसी ने एक नहीं सुनी।

नाबालिग से दुष्कर्म की घटना खंडवा जिले के मूंदी थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले एक गांव की है। छात्रा से अनुराग और हरिश नामक दो लड़कों ने सोशल मीडिया के माध्यम से दोस्ती की थी। वे लगातार लड़की के टच में रहते थे। ऐसे में उन्होंने उसका स्कूल आने जाने का टाइम भी पूछ लिया और एक दिन 21 दिसंबर को जब वह स्कूल से लौट रही थी। तभी बाइक लेकर रास्ते में अचानक मिले और बोले चलो हम घर छोड़ देंगे। इसके बाद लड़की को बाइक पर ​बिठाकर गाड़ी जंगल की तरफ ले गए। इस दौरान छात्रा ने पूछा कि कहां जा रहे हैं। तो उसे बहाना कर जंगल में ले गया। जहां पहले से दो दोस्त शाहरुख और गोल्डी मौजूद थे।

खेत में किया गैंगरेप

चारों दोस्तों के बीच फंसी नाबालिग छात्रा ने उसे घर छोड़ने की बात कही, लेकिन वे वहां स्थित गोल्डी के खेत पर छात्रा को लेकर गए। जहां गैंगरेप किया। इस दौरान छात्रा खूब चिखी चिल्लाई, उसने रहम की भीख भी मांगी, लेकिन किसी ने एक नहीं सुनी और उसके साथ एक के बाद एक ने दुष्कर्म किया।

एक दोस्त ले गया महाराष्ट्र

गैंगरेप के बाद अनुराग नामक आरोपी उसे शादी का झांसा देकर अपनी बाइक पर बिठाकर खंडवा ले गया। फिर उसे वहां से महाराष्ट्र लेकर गया। लेकिन इसके बाद फिर उसे खंडवा लाकर गांव की एक बस में बिठाकर रवाना कर दिया। पीड़िता अपने साथ हुए दुष्कर्म और आरोपियों द्वारा की गई जबरदस्ती से काफी गुस्से में थी। उसने अपने साथ हुए अन्याय कि रिपोर्ट परिजनों के साथ थाने पहुंचकर की।

तीन आरोपी गिरफ्तार एक फरार

पीड़ित पक्ष द्वारा की गई रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने हरिश पिता दीपक, शाहरुख पिता मुकिम और गोल्डी यादव को गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन अनुराग पिता गौरीशंकर अभी फरार है। जिसकी तलाश में पुलिस की टीम लगी हुई है। छात्रा ने बताया कि वह चारों के आगे छोड़ देने की भीख मांगती रही। लेकिन किसी ने भी उसकी एक बात नहीं सुनी।