सार
मघ्य प्रदेश के खंडवा जिले में जख्मी दुल्हन की बारात अस्पताल में आयी। मरीज, दुल्हन के जोड़ो में थी, बेड पर ही मंडप सजा था। मंत्रोच्चार के बीच दुल्हे ने बेड पर ही सिंदूर से दुल्हन की मांग भरी, फेरे भी वहीं हुए।
खंडवा। आपने भी आज तक ऐसी शादियां देखी होंगी। जिसमें बारात बड़े-बड़े होटल्स और लॉन में आती हैं। पर मघ्य प्रदेश के खंडवा जिले में जख्मी दुल्हन की बारात अस्पताल में आयी। मरीज, दुल्हन के जोड़ो में थी, बेड पर ही मंडप सजा था। मंत्रोच्चार के बीच दुल्हे ने बेड पर ही सिंदूर से दुल्हन की मांग भरी, फेरे भी वहीं हुए। पूरे प्रदेश में इस शादी की चर्चा है। दरअसल, दोनों की शादी 16 फरवरी के दिन होनी तय की गयी थी। पर शादी के पहले एक हादसे में दुल्हन घायल हो गई तो परिवार वालों ने अस्पताल में ही शादी का फैसला लिया।
एक्सीडेंट की वजह से हुई अस्पताल में भर्ती
खंडवा जिले के भगवानपुरा के रहने वाले राजेंद्र और शिवानी की शादी 16 फरवरी को होनी तय थी। खंडवा के पड़वा इलाके में स्थित एक धर्मशाला में विवाह होना था। शिवानी शादी के पहले अपने मामा के घर गयी थी। शादी के तीन दिन पहले 13 फरवरी को वहीं एक दुर्घटना में शिवानी के दाहिने हाथ और पैर में फ्रैक्चर हो गया। इलाज के लिए उसे बड़वानी के जिला अस्पताल ले जाया गया और फिर बाद में खंडवा के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया।
दुल्हा बारात लेकर पहुंचा अस्पताल
हादसे में युवती के घायल होने के बाद लड़के वालों ने शादी टाली नहीं बल्कि अस्पताल में ही शादी करने का फैसला किया और उसके बाद अस्पताल में शादी के लिए तैयारियां शुरु हो गयी। अस्पताल प्रबंधन ने भी अपनी अनुमति दे दी। फिर उज्जैन के रहने वाले राजेंद्र बारात लेकर नर्सिंग होम पहुंच गए।
बेड पर मंत्रोच्चार के बीच भरी मांग
शिवानी को हास्प्टिल के जनरल वार्ड में लड़की का मेकअप हुआ, गहने पहनाए गए, दुल्हन के जोड़े में सजाया गया। परिवार के लोगों ने बेड को मंडप की तरह सजाया और पंडित ने मंत्र पढें और दुल्हे ने दुल्हन की मांग भरी, दोनों ने एक दूसरे को वरमाला पहनायी। महाशिवरात्रि के मौके पर हुई इस शादी से दोनों परिवार खुश हैं। शादी में दोनों पक्ष के परिजनों के अलावा डॉक्टर भी शामिल हुए।