सार

मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ पूर्व स्टोर कीपर अशफाक अली के विदिशा, राजगढ़ और भोपाल के ठिकानों पर एक साथ लोकायुक्त टीम ने रेड डाली। दिन भर चली छापामारी में करीब 10 करोड़ की संपत्ति का खुलासा हुआ है।

भोपाल. मध्यप्रदेश की लोकायुक्त (Lokayukta) टीम ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में स्वास्थ्य विभाग के रिटायर्ड स्टोर कीपर अशफाक अली के ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई की। जिसमें उसके घर से टीम को करोड़ों की संपत्ति निकली। लोकायुक्त ने उसके भोपाल और विदिशा के ठिकानों पर रेड की। इस दौरान इतना पैसा मिला की नोट गिनने के लिए मशीन बुलानी पड़ गई।

छापामारी में 10 करोड़ की संपत्ति का खुलासा

दरअसल, लोकायुक्त टीम को स्टोर कीपर अशफाक अली के बारे में आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिली थी। जिसके बाद टीम ने मंगलवार को उसके सभी ठिकानों पर एक साथ रेड डाली। इस छापेमारी में 45 लाख का सोना, 21 लाख रुपए कैश बरामद किए हैं। दिन भर चली छापामारी में करीब 10 करोड़ की संपत्ति का खुलासा हुआ है। स्टोर कीपर के घर से इतनी दौलत निकली की लोकायुक्त टीम भी हैरान रह गई।

भोपाल वाले मकान से मिला नोटों से भरा बैग

बता दें कि स्टीर कीपर अशफाक अली ने साल 1982 में कंपाउंडर के पद से अपनी नौकरी की शुरूआत की थी। इस दौरान उसे वैतन में महज 500 रूपए मिलते थे। शफाक अली राजगढ़ जिले में स्वास्थ्य विभाग में स्टोर कीपर के पद पर पदस्थ था। 2021 में वो रिटायर्ड हो गया। उसकी आखिरी सैलरी 45 हजार रुपए थी। लोकायुक्त की टीम उसकी 50 से ज्यादा चल-अचल संपत्ति की भी जांच कर रही है। रिटायर्ड स्टोर कीपर के भोपाल वाले मकान से नोटों से भरा बैग मिला है। अशफाक जिस ऑलीशान मकान में रहता था उसकी कीमत दो करोड़ आंकी गई है।

मुकेश अंबानी की तरह जीता था लाइफ, फाइव स्टार जैसा है बंगला

45 हजार रुपए घर एकदम बंगले की तरह बना हुआ है जो अंदर से किसी फाइव स्टार होटल की तरह दिखता है। बंगले का इंटीरियर किसी महल से कम नहीं है। अशफाक का आखिर वेतन तो 45 हजार रुपए था, लेकिन वो अपनी जिंदगी अरबपति बिजनेसमैन मुकेश अंबानी जैसी जीता था। मंहगी-मंहगी गाड़ियों का उसके पास कलेक्शन है।