सार
मैहर सीट से भजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अब प्रदेश के सियासी गलियारों में चर्चा होने लगी है कि त्रिपाठी कांग्रेस में जाने वाले हैं। हालांकि बार बीजेपी ने उनकी जगह दूसरे को टिकट दिया है।
मैहर. मध्य प्रदेश में जैसे-जैसे चुनावी तारीख नजदीक आ रही हैं, वैसे-वैसे सियासी महौल गरमाने लगा है। इसी बीच बीजेपी को झटका देने वाली खबर सामने आई है। क्योंकि मैहर सीट से भजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अब प्रदेश के सियासी गलियारों में चर्चा होने लगी है कि त्रिपाठी कांग्रेस में जाने वाले हैं। हालांकि अभी उन्होंने इसको लेकर बयान नहीं दिया है।
अपनी ही सरकार पर कर रहे थे हमला
दरअसल, शुक्रवार सुबह विधायक नारायण त्रिपाठी ने अपना इस्तीफा देकर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा को अपना त्यागपत्र भेजा है। बता दें कि त्रिपाणी पिछले दो से तीन साल से अपनी ही सरकार के खिलाफ बयान दे रहे थे। वह शिवराज सरकार से विंध्य प्रदेश की मांग कर रहे थे। वहीं दूसरी वजह यह भी है कि इस बार बीजपी ने उनका टिकट काटकर मैहर से श्रीकांत चतुर्वेदी को टिकट दिया है। जिन्हें सिंधिया समर्थक कहा जाता है। बताया जा रहा है कि इसी वजह से त्रिपाठी ने बीजपी और विधायकी से इस्तीफा दिया है।
एक बार नहीं त्रिपाठी ने कई बार बदला पाला
ऐसा पहली बार नहीं है, जब नारायण त्रिपाठी ने कोई पार्टी छोड़ी हो। इससे पहले भी वह कई बार ऐसा कर चुके हैं। नारायण त्रिपाठी ने अपनी राजनीति की शुरूआत समाजवादी पार्टी से की थी। त्रिपाठी ने 2003 का विधानसभा चुनाव सपा के टिकट से ही लड़ा और विधायक बने। इसके बाद 2008 का चुनाव वे सपा के टिकट से हार गए तो 2009 में वे कांग्रेस में शामिल हो गए। 2013 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीत गए और विधायक बनने के बाद इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए। 2016 के उपचुनाव में वे भाजपा के टिकट से मैहर से जीत गए। 2018 का विधानसभा चुनाव भी बीजेपी के टिकट पर जीते। लेकिन फिर बीजपी से त्याग पत्र दे दिया है। अब चर्चा है कि 2023 का चुनाव कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं।