मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जबलपुर में सांसदों और विधायकों से संवाद में आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लिए स्थानीय उत्पादों, कृषि आधारित उद्योगों, श्रीअन्न योजना और विकास कार्यक्रमों को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत और आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लक्ष्य को पूरा करने के लिए हर क्षेत्र में स्वदेशी और स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन दिया जाए। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से आहवान किया कि वे अपने क्षेत्र में स्थानीय उद्योगों और उत्पादों को बढ़ावा दें। मुख्यमंत्री रविवार को जबलपुर के होटल कल्चुरी में आयोजित संभाग के सभी सांसदों और विधायकों के साथ संवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कृषि आधारित उद्योगों को प्रोत्साहन देने, नए उद्यमियों को समर्थन देने और रोजगारपरक गतिविधियों से युवाओं को जोड़ने पर जोर दिया।
कल्याणकारी योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन पर चर्चा
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि सांसद और विधायक अपने क्षेत्र में यह सुनिश्चित करें कि योजनाओं का लाभ हर जरूरतमंद तक पहुंचे। उन्होंने बताया कि पिछले दो वर्षों में उद्योग और रोजगार को बढ़ावा दिया गया है, जबकि आने वाला वर्ष कृषि और कृषि-आधारित विकास कार्यों पर केंद्रित रहेगा।
श्रीअन्न प्रोत्साहन योजना और कोदो-कुटकी खरीद पर बल
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि रानी दुर्गावती के नाम पर राज्य सरकार ने श्रीअन्न प्रोत्साहन योजना शुरू की है। सरकार ने कोदो-कुटकी की खरीदी न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर करने का निर्णय लिया है। उन्होंने सांसदों और विधायकों से आग्रह किया कि वे अपने क्षेत्र में कोदो-कुटकी उपार्जन और श्रीअन्न उत्पादन को प्रोत्साहित करें। मुख्यमंत्री ने कृषि आधारित उद्योगों और प्राकृतिक खेती के विकास पर जोर देते हुए भावांतर योजना और सोयाबीन उत्पादन से किसानों को अधिक लाभ दिलाने का आहवान किया।
स्थापना दिवस से लेकर अटल जयंती तक विकास कार्यक्रम
मुख्यमंत्री ने बताया कि 1 नवम्बर को मध्यप्रदेश स्थापना दिवस से लेकर 25 दिसम्बर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मशताब्दी वर्ष तक राज्यभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि 15 नवम्बर को भगवान बिरसा मुंडा जयंती पर भी प्रदेशभर में आयोजन होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का उद्देश्य वीरांगना रानी दुर्गावती, रानी अवंतीबाई, राजा शंकर शाह-कुंवर रघुनाथ शाह और भगवान बिरसा मुंडा जैसे जननायकों के आदर्शों को समाज, विशेष रूप से युवाओं तक पहुंचाना है।
नर्मदा परिक्रमा पथ और जनसुनवाई व्यवस्था पर जोर
मुख्यमंत्री ने नर्मदा परिक्रमा पथ के लिए हो रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने विधायकों से कहा कि वे अपने क्षेत्र में सरकार की उपलब्धियों का प्रचार करें और विकास कार्यों पर केंद्रित पुस्तिकाएं प्रकाशित करें। मुख्यमंत्री ने सांसदों और विधायकों से जनसुनवाई व्यवस्था को और जनोन्मुखी बनाने के सुझाव मांगे। उन्होंने स्कूलों, आंगनवाड़ी केंद्रों और अस्पतालों की व्यवस्थाओं को सुधारने में सहयोग देने का अनुरोध किया। डॉ. यादव ने रक्तदान और स्वास्थ्य शिविरों के आयोजन पर बल दिया तथा आयुष्मान योजना के तहत हृदय रोगियों को उपचार उपलब्ध कराने की बात कही। उन्होंने पीएमश्री एयर एम्बुलेंस सेवा के प्रचार पर भी विशेष जोर दिया।
जिला विकास समितियों की बैठकें होंगी और अधिक प्रभावी
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि संभाग स्तर पर सांसदों और विधायकों की बैठकों के बाद अब जिला स्तर पर भी स्थानीय जनप्रतिनिधियों की बैठकें आयोजित की जाएंगी। उन्होंने कहा कि इन बैठकों से विकास कार्यों पर सार्थक और परिणाममूलक चर्चा होगी, जिससे योजनाओं के क्रियान्वयन की गति बढ़ेगी।
नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई की सराहना
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बालाघाट में नक्सलियों के विरुद्ध की गई कार्रवाई की सराहना की और सुरक्षा बलों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में “लाल सलाम” को “अंतिम सलाम” करने की दिशा में राज्य तेजी से आगे बढ़ रहा है। बैठक के प्रारंभ में लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने मुख्यमंत्री का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया।
