Madhya Pradesh 70th Foundation Day:  मध्यप्रदेश स्थापना दिवस पर सीएम मोहन यादव ने ‘समृद्ध मध्यप्रदेश@2047’ विजन डॉक्यूमेंट जारी किया। कार्यक्रम में उद्योग प्रदर्शनी, नई वाइल्ड लाइफ सेंचुरी, मेडिकल कॉलेज और बड़े निवेश प्रोजेक्ट्स की घोषणाएं की गईं।

भोपाल। मध्यप्रदेश स्थापना दिवस 2025 के मौके पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रवीन्द्र भवन में ‘समृद्ध मध्यप्रदेश@2047’ दृष्टि पत्र जारी किया। इस अवसर पर उन्होंने उद्योग आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया, जिसमें दिखाया गया कि राज्य औद्योगिक विकास में कितनी तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। कार्यक्रम के दौरान एमपी ई-सेवा पोर्टल और “Wash on Wheels” मोबाइल ऐप का भी शुभारंभ किया गया। इसी मंच से सीएम ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि ओंकारेश्वर में प्रदेश की 27वीं वाइल्ड लाइफ सेंचुरी बनाई जाएगी, जिसमें टाइगर, भालू और सोन कुत्ता जैसे वन्य जीव पाए जाएंगे। सीएम ने कहा कि ‘विजन 2047’ के तहत आने वाले 25 सालों में प्रदेश के विकास का रोडमैप तैयार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अभी 8 एयरपोर्ट हैं, और 9वें एयरपोर्ट का शुभारंभ एयरपोर्ट अथॉरिटी के विपिन कुमार द्वारा किया गया है।

मध्यप्रदेश 70वें साल में प्रवेश कर रहा है

मुख्यमंत्री ने कहा कि 1956 में मध्यप्रदेश का गठन तीन-चार राज्यों को मिलाकर हुआ था- मध्यभारत, मालवा-चंबल, सेंट्रल प्रोविंस, बरार, महाकौशल और विंध्य को मिलाकर नया राज्य बना। इसलिए इसे “देश का दिल” कहा जाता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रदेश में परिवर्तन और प्रगति का नया दौर शुरू हुआ है। आज मध्यप्रदेश उद्योग, कृषि, पर्यटन और रोजगार के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ रहा है।

सिंहस्थ 2028 और उद्योग निवेश पर जोर

सीएम ने बताया कि सिंहस्थ 2028 के लिए बड़े स्तर पर विकास कार्य किए जा रहे हैं। श्रद्धालुओं के लिए 30 किलोमीटर लंबे घाट बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के जरिए 6 करोड़ रुपये के एमओयू साइन हुए हैं। वहीं, GIS आंकड़ों को जोड़ने पर कुल 30 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश प्रदेश में आया है, जिससे 6 लाख से ज्यादा रोजगार सृजित हुए हैं। कृषि विकास के लिए नदियों को जोड़ने के प्रोजेक्ट पर भी काम जारी है। इसके लिए तीन पड़ोसी राज्यों से एमओयू किए गए हैं। रायसेन जिले में रेल कोच फैक्ट्री की भूमि आवंटित हो चुकी है और धार में प्रधानमंत्री मोदी ने कपास किसानों को नई सौगात दी है।

हर सेक्टर में विकास, मेडिकल से लेकर रेल लाइन तक

डॉ. मोहन यादव ने बताया कि राज्य सरकार पीपीपी मॉडल पर 9 नए मेडिकल कॉलेज खोल रही है। इसके लिए 25 एकड़ भूमि सिर्फ 1 रुपये की लीज पर दी जाएगी। साथ ही, उद्योगों की ज़रूरत के मुताबिक नए तकनीकी महाविद्यालय खोले जाएंगे। हर विधानसभा क्षेत्र में एक हेलीपेड और स्पोर्ट्स स्टेडियम बनाया जा रहा है। इंदौर-मनमाड़ रेल लाइन से दिल्ली और मुंबई के बीच की दूरी करीब 250 किमी घटेगी। खंडवा के रास्ते नई रेल लाइन की सौगात प्रधानमंत्री मोदी ने प्रदेश को दी है।

वन्यजीव संरक्षण की दिशा में बड़ा कदम

मुख्यमंत्री ने बताया कि भोपाल के पास रातापानी में डॉ. वाकणकर के नाम पर नया टाइगर अभ्यारण्य बनाया गया है। इसके अलावा माधव टाइगर रिजर्व भी विकसित किया गया है। मध्यप्रदेश में चीता प्रोजेक्ट के तहत चीतों की संख्या बढ़ रही है। जल्द ही प्रदेश के अभ्यारण्यों में गैंडा और जंगली भैंसे भी नजर आएंगे।

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प्रदर्शनी में दिखा निवेश और रोजगार का भविष्य

रवींद्र भवन में आयोजित उद्योग एवं निवेश प्रदर्शनी में बताया गया कि कौन-कौन सी कंपनियां राज्य में निवेश कर रही हैं और इससे कितने रोजगार बनेंगे। प्रमुख निवेश इस प्रकार हैं-

  • एजीआई ग्रीनपैक – ₹1500 करोड़
  • बीईएमएल – ₹1800 करोड़
  • सीईटीपी – ₹48 करोड़
  • मंडीदीप प्ले-प्लग पार्क – ₹76 करोड़
  • मोहासा-बाबई इंडस्ट्रियल पार्क – ₹59,000 करोड़

इन निवेशों से हजारों रोजगार के अवसर बनेंगे और राज्य की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।

‘अभ्युदय मध्यप्रदेश’ प्रदर्शनी में दिखी संस्कृति और विरासत

मुख्यमंत्री ने लाल परेड ग्राउंड पर “अभ्युदय मध्यप्रदेश” प्रदर्शनी का शुभारंभ भी किया। इस प्रदर्शनी में प्रदेश के इतिहास, संस्कृति और विरासत को खूबसूरती से दर्शाया गया। यहां राजा विक्रमादित्य की मुद्राएं, बावड़ियां, पारंपरिक कला, देवलोक स्थापत्य, और ‘विकास से विरासत तक’ की यात्रा को चित्रों और छवियों के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। लोगों को जरी-जरदोजी के स्टॉल ने सबसे ज्यादा आकर्षित किया। इस स्टॉल की फैशन डिजाइनर ताजवर खान ने बताया कि वे 30 लोगों की टीम के साथ रोजगार सृजन और हस्तशिल्प संरक्षण का काम कर रही हैं। उनका उद्देश्य है कि महिलाएं आत्मनिर्भर और सशक्त बनें।

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