सीएम मोहन यादव ने रात में पुलिस मुख्यालय पहुंचकर अपराध की स्थिति पर अधिकारियों की बैठक ली। रायसेन एसपी को मुख्यालय अटैच किया गया और मिसरोद थाना प्रभारी हटाए गए। सीएम ने पुलिस को कड़ी पेट्रोलिंग और अपराधियों पर तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए।

भोपाल। 25 नवंबर की रात मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अचानक पुलिस मुख्यालय पहुंचे। उनके साथ मुख्य सचिव, डीजीपी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। सीएम ने प्रदेश में बढ़ते अपराध और हाल की घटनाओं को लेकर पुलिस अधिकारियों की बैठक ली।

रायसेन घटना पर नाराजगी, एसपी मुख्यालय अटैच

बैठक में मुख्यमंत्री ने रायसेन में हुए अपराध पर सख्त रुख दिखाया। उन्होंने रायसेन के एसपी को तुरंत मुख्यालय में अटैच करने का निर्देश दिया। साथ ही मिसरोद थाना प्रभारी को हटाने के आदेश भी दिए।

'अपराधी किसी कीमत पर न बचे'- मुख्यमंत्री मोहन यादव के सख्त निर्देश

सीएम ने कहा कि प्रदेश में जनता और सुशासन की सरकार है, इसलिए अपराध रोकना पुलिस की प्राथमिक जिम्मेदारी है। उन्होंने स्पष्ट कहा-

  • अपराध होने पर आरोपी पर तुरंत कड़ी कार्रवाई हो।
  • किसी भी अपराधी को छोड़ा न जाए।
  • पुलिस की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
  • लापरवाह अधिकारियों और कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।

पुलिस की ढिलाई पर CM मोहन यादव की कड़ी फटकार

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रायसेन मामले में गिरफ्तारी न होने पर नाराजगी जताई। इसके अलावा-

  • मंडीदीप में हुए चक्काजाम के दौरान पुलिस की कमजोर कार्रवाई पर भी उन्होंने असंतोष जताया।
  • राजधानी भोपाल में हुई हाल की वारदातों पर पुलिस कमिश्नर से सवाल-जवाब किए।
  • सभी घटनाओं की विस्तृत रिपोर्ट ली।

पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाने और जवानों को सड़कों पर रहने के निर्देश

सीएम ने कहा कि पुलिस स्टेशनों में बैठने के बजाय जवानों की सड़कों पर लगातार गश्त होनी चाहिए। उन्होंने दोहराया कि प्रदेश में अपराध किसी भी हालत में स्वीकार नहीं किए जाएंगे। जनता की सुरक्षा में लापरवाही करने वालों पर सख्त एक्शन होगा।

सीएम मोहन यादव के निर्देश के बाद भोपाल पुलिस कमिश्नर की कार्रवाई

मुख्यमंत्री की सख्ती के बाद भोपाल पुलिस कमिश्नर ने भी दो थाना प्रभारियों पर एक्शन लिया। टीला जमालपुरा के कार्यवाहक निरीक्षक दिनेश प्रताप सिंह और मिसरोद थाना के निरीक्षक संदीप पवार दोनों को हटाने की कार्रवाई की गई।