MP Flood Relief: मध्य प्रदेश के शिवपुरी के पचावली सहित 32 गांवों में बाढ़ से भारी तबाही हुई। सीएम मोहन यादव ने मौके पर पहुंचकर राहत उपाय शुरू किए। 400 लोगों को रेस्क्यू किया गया, पीड़ितों को आर्थिक सहायता जल्द मिलेगी।
MP Flood: मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में बाढ़ के चलते तबाही हुई है। सोमवार को सीएम डॉ. मोहन यादव शिवपुरी के पचावली गांव पहुंचे। उन्होंने बाढ़ से हुए नुकसान का निरीक्षण किया। सीएम ने बाढ़ पीड़ितों को मकान क्षति तथा खाद्यान्न के लिए सहायता राशि प्रदान की। गांव के लोगों की समस्याएं सुनीं।
इस दौरान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, शिवपुरी विधायक देवेंद्र जैन, कोलारस विधायक महेंद्र सिंह यादव, पूर्व विधायक प्रहलाद भारती, जनप्रतिनिधि, कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी, पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़, जिला पंचायत सीईओ हिमांशु जैन भी उपस्थित रहे।
प्रभावित परिवार के बैंक अकाउंट में भेजी जाएगी मदद की राशि
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनहानि, पशुहानि अथवा फसल क्षति जैसी हर स्थिति में सरकार पीड़ितों के साथ है। प्रभावित परिवार के बैंक अकाउंट में राहत राशि भेजी जाएगी। वह बाढ़ प्रभावितों के दुख-दर्द जानने आए हैं। सरकार हर हाल में प्रभावित परिवारों के साथ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का पहला कर्तव्य हर नागरिक की सुरक्षा तय करना है। बहुत अधिक बारिश से पैदा हुईं परिस्थितियां हमारे लिए परीक्षा की घड़ी हैं। जनता के सहयोग और प्रशासन के समर्पण से स्थिति पर नियंत्रण पाया गया है। बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में राहत कार्य जारी रहेंगे। इसकी लगातार समीक्षा की जा रही है। शासन-प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ राहत कार्यों में लगा है। सीएम ने बाढ़ प्रभावितों से कहा, "चिंता न करें, दुख की घड़ी में सरकार आपके साथ है।"
सिंध नदी में उफान के चलते आया बाढ़
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि हम सुख-दुख के हर क्षण प्रभावितों के साथ हैं। संकट की घड़ी में हर संभव सहायता सुनिश्चित की जाएगी। इस बार औसत से अधिक बारिश हुई है, जिसके कारण सिंध नदी में उफान आया और पचावली सहित 32 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए। ग्वालियर से दो हेलीकॉप्टर राहत कार्य के लिए भेजे गए थे। मौसम ठीक नहीं था, जिसके चलते वे प्रभावित क्षेत्रों तक नहीं पहुंच पाए। पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, सीएम डॉ. मोहन यादव और राहत दलों के संयुक्त प्रयासों से प्रभावित नागरिकों को सुरक्षित निकाला गया। करीब 400 लोगों की जान बचाई गई। प्रभावितों को तत्काल आर्थिक सहायता दी गई। मक्का एवं सोयाबीन की फसल को व्यापक क्षति हुई है। इसकी भरपाई के लिए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। जल्द ही प्रभावितों को मुआवजा मिल जाएगा।
