Tommy Dog Viral Aadhar: क्या सच में ग्वालियर के डॉग टॉमी का आधार कार्ड है? वायरल कार्ड फर्जी निकला, प्रशासन ने जांच कर पुष्टि की। अब शरारती तत्व की खोज जारी है। सोशल मीडिया पर मचा हंगामा, क्या ये सिर्फ शुरुआत है या बड़ी साजिश?

Gwalior Dog Aadhar Card: ग्वालियर जिले के डबरा में एक ऐसा मामला सामने आया जिसने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया। डॉग टॉमी का आधार कार्ड वायरल हुआ, जिसमें टॉमी का नाम, जन्मतिथि और पालक कैलाश जायसवाल का नाम तक दर्ज था। कार्ड हूबहू असली आधार कार्ड की तरह डिज़ाइन किया गया था और इसमें आधार नंबर 070001051580 भी अंकित था। कार्ड पर लिखा था ‘मेरा आधार मेरी पहचान’, जिससे यह और भी असली जैसा दिखता था।

प्रशासन ने तुरंत क्यों दिए जांच के आदेश?

जैसे ही यह वायरल हुआ, प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जांच के आदेश दिए। कलेक्टर ने खुद इस फर्जी आधार कार्ड की सत्यता की पुष्टि करने के लिए टीम बनाई। जांच में यह स्पष्ट हुआ कि यह कार्ड पूरी तरह फर्जी और एडिटेड था। किसी शरारती तत्व ने इसे सोशल मीडिया पर वायरल करने के लिए तैयार किया था।

सोशल मीडिया पर क्यों मचा हंगामा?

सोशल मीडिया यूज़र्स ने टॉमी के इस फर्जी आधार कार्ड को खूब शेयर किया और मजेदार टिप्पणियां दीं। कुछ ने लिखा, “टॉमी भैया तो छा गए, गजब है”, तो किसी ने पूछा, “डॉगी के भाई-बहन कहां हैं?”। वहीं, कई लोगों ने इस बात पर चिंता जताई कि अगर कोई कुत्ता आधार कार्ड बन सकता है तो क्या कोई भी एडिटिंग करके ऐसा कर सकता है?

क्या यह केवल मजाक था या बड़ी साजिश?

प्रशासन अब इस शरारती तत्व की खोज में जुटा है। जांच से पता चला कि डबरा के सिमरिया गांव में किसी ने इसे एडिट करके वायरल किया। यह सिर्फ एक मनोरंजन वाला मामला ही नहीं, बल्कि डिजिटल पहचान और आधार सुरक्षा के गंभीर सवाल भी खड़े करता है।

टॉमी और कैलाश जायसवाल की भूमिका क्या है?

कार्ड में डॉग के पालनकर्ता कैलाश जायसवाल का नाम भी लिखा हुआ था, जिससे मामला और ज्यादा लोगों की नजर में आया। हालांकि प्रशासन ने स्पष्ट किया कि यह केवल एडिट किया गया फर्जी कार्ड था और वास्तविकता से इसका कोई लेना-देना नहीं।