MP Weather Alert: मध्य प्रदेश में अचानक क्यों बरस रहा है पानी? 17 जिलों में यलो अलर्ट, भोपाल-इंदौर में सुबह से बारिश का कहर, अगले 3 दिन भी तेज बारिश का खतरा, मानसून टर्फ और साइक्लोनिक एक्टिविटी से जिले जलमग्न?
MP Heavy Rain Alert 2025: मध्य प्रदेश में मानसून का असर लगातार तेज होता जा रहा है। सोमवार को प्रदेश के 17 जिलों में भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। इसमें इंदौर, उज्जैन, देवास, सीहोर, खरगोन, खंडवा, हरदा, बुरहानपुर, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी और अनूपपुर शामिल हैं। भोपाल में सुबह से ही बारिश का दौर जारी है और अगले 24 घंटे में इन जिलों में 2.5 से 4 इंच तक पानी गिरने का अनुमान है।
क्यों तेज बारिश का दौर चल रहा है?
मौसम विभाग की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के अनुसार, प्रदेश के बीचोंबीच से एक मानसून टर्फ गुजर रही है। साथ ही, रविवार को तीन साइक्लोनिक सर्कुलेशन (चक्रवात) की एक्टिविटी भी रही। यही वजह है कि कई जिलों में लगातार तेज बारिश का दौर बना हुआ है।
क्या बारिश का कोटा पूरा हो चुका है?
मध्य प्रदेश में इस साल बारिश का कोटा पहले ही पूरा हो चुका है। अब तक प्रदेश में 37.1 इंच बारिश हो चुकी है, जो सामान्य औसत 37 इंच से अधिक है। पिछले मानसूनी सीजन में औसत 44 इंच बारिश हुई थी। गुना जिले में अब तक 55.4 इंच पानी गिर चुका है, जो अपने आप में रिकॉर्ड है। मंडला में 54 इंच, श्योपुर में 51.5 इंच, अशोकनगर में 51.1 इंच और रायसेन में 50.5 इंच बारिश दर्ज की गई। वहीं, इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में सबसे कम बारिश हुई है, शाजापुर में केवल 21 इंच पानी गिरा।
कितने दिनों तक रहेगा अलर्ट?
मौसम विभाग ने 2 और 3 सितंबर को भी इंदौर और उज्जैन संभाग में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। 4 सितंबर को ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में तेज बारिश की चेतावनी है। प्रदेश के लोगों से सलाह दी गई है कि वे जलभराव वाले इलाकों में सतर्क रहें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।
जिलेवार बारिश का हाल क्या है?
रतलाम में रविवार को सबसे ज्यादा 1 इंच बारिश हुई। गुना में पौन इंच और पचमढ़ी में आधा इंच पानी गिरा। भोपाल, इंदौर, शाजापुर, उज्जैन, छतरपुर, दतिया, मुरैना, रायसेन, विदिशा, सीहोर, बैतूल, पचमढ़ी, रतलाम, छिंदवाड़ा, सतना और सीधी में भी बारिश का दौर जारी रहा।
क्या यह मानसून 2025 और भी रिकॉर्ड तोड़ेगा?
मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि प्रदेश में मानसून टर्फ और साइक्लोनिक एक्टिविटी की वजह से अगले दिनों भी बारिश का दौर जारी रहेगा। यह बारिश किसानों के लिए फायदेमंद तो है, लेकिन शहरी क्षेत्रों में जलभराव और ट्रैफिक परेशानियां भी बढ़ा सकती है।
