MP Weather Alert! मध्य प्रदेश में बारिश का बड़ा खतरा मंडरा रहा है! ग्वालियर, मुरैना, भिंड समेत 14 जिलों में 4.5 इंच तक मूसलधार बारिश की चेतावनी। 5 एक्टिव वेदर सिस्टम से बढ़ी टेंशन—कौन-कौन से इलाके होंगे जलमग्न? जानिए पूरी रिपोर्ट!
MP Heavy Rain Alert 2025: मध्य प्रदेश में मानसून का मिज़ाज फिर से बिगड़ता नजर आ रहा है। एक तरफ जहां राज्य के कुछ हिस्सों में पानी की कमी बनी हुई है, वहीं ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग के जिलों में अगले 24 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। मौसम विभाग ने प्रदेश के 14 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिसमें 4.5 इंच तक बारिश की संभावना जताई गई है।
5 वेदर सिस्टम एक्टिव: क्या यही है भारी बारिश की असली वजह?
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, प्रदेश के ऊपर पांच अलग-अलग वेदर सिस्टम एक्टिव हैं। ट्रफ लाइन से लेकर साइक्लोनिक सर्कुलेशन तक के प्रभाव से बारिश की संभावना बन रही है। इनमें उत्तर-पश्चिमी बिहार, पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और अरब सागर के ऊपर बने चक्रवात शामिल हैं, जो नमी ला रहे हैं।
किन- किन जिलों में है सबसे ज्यादा खतरा?
बारिश का अलर्ट निम्न जिलों में जारी किया गया है:
- ग्वालियर, मुरैना, भिंड, श्योपुर, दतिया
- अशोकनगर, शिवपुरी, गुना
- छतरपुर, दमोह, पन्ना, सागर
- टीकमगढ़, निवाड़ी
इन जिलों में अगले 24 घंटे में 4.5 इंच तक पानी गिर सकता है, जिससे जलभराव और बाढ़ की स्थिति बन सकती है।
क्या MP में फिर बनेगा बाढ़ जैसा माहौल?
बीते सप्ताह जबलपुर, रीवा और शहडोल संभाग में भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात बन गए थे। रायसेन में बेतवा नदी ने विकराल रूप लिया था। खेत, मंदिर और पुल पानी में डूब गए थे। वर्तमान स्थिति को देखते हुए सरकार और प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर हैं।
अब तक कितना बरसा पानी? क्या है आंकड़ा?
16 जून से अब तक मध्य प्रदेश में 28.4 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि औसतन 19 इंच बारिश ही अपेक्षित थी। यानी अब तक 9.4 इंच अधिक वर्षा हो चुकी है। मानसून का कोटा अगस्त में ही पूरा होने की उम्मीद जताई जा रही है। सतर्क रहें, सुरक्षित रहें यदि आप उपरोक्त जिलों में रहते हैं तो आने वाले 48 घंटे सतर्क रहें। मौसम विभाग की सलाहों का पालन करें और ज़रूरी न हो तो घर से बाहर न निकलें। सरकारी अलर्ट और स्कूल/कॉलेज नोटिस पर भी नज़र बनाए रखें।
