सार

पूर्व सीएम उमा भारती की शराबबंदी की मांग भी गर्मा रही है।उन्होंने ओरछा से 'मधुशाला में गौशाला' अभियान शुरु कर दिया है। उन्होंने वहीं एक शराब की दुकान के सामने गाय बांधी और उसे चारा भी खिलाया।

ओरछा। लोकसभा चुनाव-2024 नजदीक है। विधानसभा चुनाव भी इसी वर्ष होने हैं। इसको देखते हुए भाजपा पूरी तरह चुनावी मोड में आ चुकी है। विपक्षी दल कांग्रेस पहले से ही ताल ठोंक रही है। इधर पूर्व सीएम उमा भारती की शराबबंदी की मांग भी गर्मा रही है।उन्होंने ओरछा से 'मधुशाला में गौशाला' अभियान शुरु कर दिया है। उन्होंने वहीं एक शराब की दुकान के सामने गाय बांधी और उसे चारा भी खिलाया। देखा जाए तो चुनाव के पहले बदलती सियासी हवाएं सीएम शिवराज सिंह की चुनौतियां बढा रही हैं।

 

 

उमा को देखते ही दुकान का शटर गिरा

आपको बता दें कि पिछले वर्ष जून के महीने में उमा ने इसी शराब की दुकान पर गाय का गोबर फेंक का विरोध जताया था। इस बार जब वह ओरछा पहुंची तो उन्हें देखते ही दुकान का शटर बंद हो गया। उमा भारती ओरछा पहुंची थी। शराबबंदी मुहिम के तहत शराब की दुकान निशाने पर थी। ओरछा में ही शराब की दुकान के बगल में खुले अहाते में अलाव जलाया गया। उन्होंने लोगों से चर्चा करते हुए कहा कि रामराजा सरकार की नगरी में शराब की दुकान होना ठीक नहीं है। आने जाने वालों की नजर शराब की दुकान पर पड़ती है। सरकार का धर्म लोगों की नशे की लत का उपयोग कर रुपया बनाना नहीं है। मूल दोषी राम का नाम लेने वाला है। इस सरकार के लिए मैंने भी वोट मांगे हैं।

 

 

10 से 15 फरवरी के बीच पहली गऊ अदालत

पत्रकारों ने जब उनसे पूछा की भाजपा, राम भक्ति से दूर हो रही है, तो उन्होंने कहा कि यह आप वीडी शर्मा से पूछना, इसका जवाब हम नहीं देंगे। गुरुवार को उमा ने सिलसिलेवार टिवट किए और एलान किया कि पहली गऊ अदालत 10 से 15 फरवरी के बीच मऊरानीपुर स्थित केदारेश्वर महादेव के पास लगेगी। उन्होंने किसानों व समस्त समाज से निवेदन करते हुए कहा कि शराब छोड़ो दूध पियो। समाज को गायों का संरक्षण प्रारंभ करना होगा। बहरहाल, उनका यह अभियान शिवराज सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी करता दिख रहा है।