Orchha Shriram Raja Lok निर्माण का दूसरा चरण शुरू, 332 करोड़ विकास कार्यों से धार्मिक और पर्यटन केंद्र बनेगा। क्या यह प्रदेश को वैश्विक पहचान देगा? जानिए मुख्यमंत्री डॉ. यादव की योजनाएं।
Chief Minister Mohan Yadav Development: ओरछा अब एक नए दौर में कदम रख रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने यहाँ 332.85 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया। इस परियोजना के तहत श्रीराम राजा लोक का दूसरा चरण तैयार किया जा रहा है। यह न केवल धार्मिक आस्था को मजबूत करेगा बल्कि ओरछा को देशी-विदेशी पर्यटन के लिए एक प्रमुख केंद्र बनाएगा।
ओरछा और अयोध्या का ऐतिहासिक नाता, बुंदेला शासकों की विरासत और भगवान श्रीराम की कृपा से यह जगह अब एक भव्य धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल बनने जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ओरछावासी बेहद भाग्यशाली हैं क्योंकि उन्हें हर दिन श्रीराम राजा दरबार दर्शन का पुण्य मिलेगा।
श्रीराम राजा लोक का दूसरा चरण: क्या होगा नया अनुभव?
श्रीराम राजा लोक के दूसरे चरण में नए मंदिर परिसर, भव्य मार्ग और सुविधाएं शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भूमिपूजन किया और निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। पहले चरण में लगभग 130 करोड़ रुपए के विभिन्न निर्माण कार्य पूरे हो चुके हैं। दूसरे चरण के 125 करोड़ रुपए लागत के कार्यों की आधारशिला रखी जा रही है। इस परियोजना से ओरछा के ऐतिहासिक स्मारकों का संरक्षण भी होगा। देशी-विदेशी पर्यटक अब ओरछा आकर भव्य अनुभव का आनंद ले सकेंगे। इस योजना में टूरिस्ट एक्सपीरियंस सेंटर, हुनरशाला और एंट्री प्लाजा भी बनाए जा रहे हैं।
निवाड़ी में क्या बदलेगा? हर घर पहुंचेगा जल?
निवाड़ी अब प्रदेश का दूसरा ऐसा जिला बन गया है, जहां हर घर में नल से जल पहुंचेगा। नवाड़ी केन-बेतवा परियोजना से जिले के लोग लाभान्वित होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परियोजना जिले की आधारभूत सुविधाओं और ग्रामीण जीवन को बेहतर बनाएगी। सिर्फ जल ही नहीं, बल्कि निवाड़ी को नगर पालिका परिषद का दर्जा भी जल्द मिलेगा। इसके अलावा एयरस्ट्रिप और हेलीकॉप्टर सेवा की योजना से ओरछा को धार्मिक पर्यटन के लिए और अधिक आकर्षक बनाया जाएगा।

क्या ओरछा बनेगा विश्व पर्यटन केंद्र?
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ओरछा अब वैश्विक पर्यटन स्थल बनने की ओर बढ़ रहा है। पर्यटन मंत्रालय की स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के तहत टूरिस्ट एक्सपीरियंस सेंटर, एंट्री प्लाजा और यात्रा पथ का विकास किया जाएगा। ओरछा को यूनेस्को की एच.यू.एल. (Historical Urban Landscape) पहल के तहत चुना गया है। सरकार ने 2027-28 में इसे विश्व धरोहर के रूप में मान्यता दिलाने की सिफारिश की है। प्रदेश में 18 प्रकार के लोकों का निर्माण चल रहा है, जिसमें ओरछा प्रमुख है। इस परियोजना से धार्मिक पर्यटन और अर्थव्यवस्था दोनों का विकास होगा।
क्या रोजगार और उद्योग भी बढ़ेंगे?
निवाड़ी औद्योगिक विकास में भी आगे बढ़ रहा है। पृथ्वीपुर में 3200 करोड़ की लागत से 300 हेक्टेयर में इंटीग्रेटेड स्टील प्लांट की स्थापना की जा रही है। इससे जिले के युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। इसके साथ ही क्षेत्र में नए सड़क मार्ग, आधुनिक बस स्टैंड, नया शासकीय महाविद्यालय और सांदीपनि विद्यालय बनाए जा रहे हैं। लाड़पुरा खास और राधापुर में महिलाओं द्वारा संचालित होमस्टे प्रदेश में पहले और दूसरे स्थान पर रहे हैं। इस वर्ष चंदपुरा और जमुनियां में एक दर्जन नए होमस्टे शुरू किए जाएंगे।
क्या ओरछा की धार्मिक अर्थव्यवस्था मजबूत होगी?
श्रीराम राजा लोक के निर्माण से ओरछा में धार्मिक और पर्यटन आधारित अर्थव्यवस्था का निर्माण होगा। श्रद्धालु और पर्यटक आने से क्षेत्र में व्यवसाय, होटल और स्थानीय दुकानों को भी फायदा मिलेगा। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत रेलवे स्टेशन का लोकार्पण भी किया गया है।
इसके अलावा प्रदेश के छह धार्मिक नगरों में दीनदयाल रसोई योजना लागू है, जहां श्रद्धालुओं को मात्र 5 रुपए में भोजन मिलता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ओरछा में आधारभूत सुविधाओं, धार्मिक स्थलों का सौंदर्यीकरण और पर्यटन व्यवस्थाएं इतनी मजबूत होंगी कि यह प्रदेश में धार्मिक और पर्यटन का बड़ा केंद्र बनेगा।

मुख्यमंत्री की क्या योजना है?
- श्रीराम राजा लोक के दोनों चरणों सहित सात विकास परियोजनाएं प्रगति पर।
- निवाड़ी में हर घर नल से जल पहुंचाने की सुविधा।
- एयरस्ट्रिप और हेलीकॉप्टर सेवाओं से जुड़े धार्मिक पर्यटन।
- नए शासकीय महाविद्यालय, सांदीपनि विद्यालय और औद्योगिक विकास।
- ओरछा को यूनेस्को विश्व धरोहर बनाने की योजना।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव का मानना है कि सिंहस्थ-2028 में आने वाले श्रद्धालु ओरछा की भव्यता देखकर अविस्मरणीय अनुभव प्राप्त करेंगे।
