भाजपा ने 2023 के चुनाव में इस सीट से बाबूलाल मेवरा को टिकट दिया है। जबकि कांग्रेस ने यहां से रामनिवास रावत को चुनावी मैदान में उतारा है।
भाजपा इस सीट पर 1990 से लगातार जीत रही है। सिर्फ 1998 में एक बार यहां कांग्रेस आई थी।
भाजपा का इस सीट पर 15 साल से कब्जा है। लगातार यहां तीन विधानसभा चुनाव से भाजपा जीत रही है।
2008 में इस सीट पर कांग्रेस आई थी। इसके बाद 2013 में भाजपा की सीट आई। लेकिन 2018 में फिर इस सीट पर कांग्रेस ने कब्जा कर लिया।
इस सीट पर 12 वीं पास संजय शाह 2018 के चुनाव में भारी मत हासिल कर विधायक बने। भाजपा ने फिर उन्हें मैदान में उतारा है।
इस सीट पर 20 साल तक भाजपा का राज रहा। यहां एक के बाद एक चुनाव में लगातार भाजपा की जीत हुई।
भाजपा ने 2023 के चुनाव में थांदला से कलसिंह भांवर को चुनावी मैदान में उतारा है। जबकि कांग्रेस ने यहां से वीरसिंह भूरिया को टिकट दिया है।
1998 से इस सीट पर भाजपा का राज है। लगातार 4 विधानसभा चुनाव भाजपा जीती है। लेकिन 2008 में बसपा की सीट आई थी।
भाजपा से संजय शर्मा इस सीट से 2013 में चुनाव जीते थे। लेकिन इसके बाद अगला चुनाव संजय शर्मा 2018 में कांग्रेस से जीते। 2023 में भी कांग्रेस ने उन्हें चुनावी मैदान में उतारा है।
2003 से 2013 तक इस सीट पर भाजपा की जीत हुई। लेकिन 2018 में इस सीट पर कांग्रेस से महेश परमार जीते, इस बार भी कांग्रेस ने उन्हें ही चुनावी मैदान में खड़ा किया है।