Kubereshwar Dham Tragedy: मध्य प्रदेश के सीहोर के कुबेरेश्वर धाम में कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की अगुवाई में हुई कावड़ यात्रा और रुद्राक्ष वितरण कार्यक्रम में भारी भीड़ एवं व्यवस्थागत खामियों के कारण पिछले तीन दिन में 6 श्रद्धालुओं की मौत हो गई।  

Pandit Pradeep Mishra Controversy : मध्य प्रदेश के सीहोर के कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा और उनका कुबेरेश्वर धाम आश्रम इन दिनों चर्चा में बना हुआ है। वजह है वहां पर पिछले तीन दिन में 6 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। अब इस घटना को लेकर कई तरह के सवाल उठने लगे हैं। विधायक से लेकर पूर्व मंत्री और सरकार तक मामले की जांच करने की तैयारी कर रही है। अब सवाल उठने लगे हैं कि क्या प्रदीप मिश्रा रुद्राक्ष बांटना बंद करेंगे, या उनके खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई भी होगी।

कुबेरेश्वर धाम में 3 दिन में 5 लोगों की मौत

दरअसल, बुधवार को पंडित प्रदीप मिश्रा ने सीहोर की सीवन नदी से कुबेरेश्वर धाम तक 11 किलोमीटर की कांवड़ यात्रा निकाली थी। लेकिन इसके दो दिन पहले से ही आश्रम में देशभर से भीड़ जुटना शुरू हो गई थी। कांवड़ यात्रा वाले दिन तो 2 लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए थे। इसी भीड़ के बीच भगदड़ मच गई और पहले दिन 2 महिलाओं की मौत हो गई। फिर अगले दिन बुधवार को कुबेरेश्वर धाम आए तीन श्रद्धालुओं की जान चली गई। अब यहां मरने वालों की संख्या 5 पांच हो गई है। जबकि कई लोग गंभीर रुप से घायल बताए जा रहे हैं।

पंडित प्रदीप मिश्रा के खिलाफ होगी कार्रवाई।

कुबेरेश्वर धाम सीहोर में पांच लोगों की मौत के बाद आम आदमी से लेकर नेता तक पंडित प्रदीप मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करने लगे हैं। शिवराज सरकार में मंत्री रह चुकीं कुसुम महदेले ने तो मांग की है कि पंडित प्रदीप मिश्रा को रुद्राक्ष वितरण बंद कर देना चाहिए। इसके अलावा सरकार से उनपर कानूनी कार्रवाई करने की मांग भी की है। वहीं डॉ. मोहन यादव सरकार में राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा ने कुबेरेश्वर धाम आए लोगों की मौतों को लेकर न्यायिक जांच की मांग भी की है।

कुबेरेश्वर धाम में पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं

यह पहली बार नहीं है जब कुबेरेश्वर धाम में ऐसी घटना हुई हो। 16 फरवरी 2023 को रुद्राक्ष वितरण कार्यक्रम के दौरान भगदड़ में महाराष्ट्र की 53 वर्षीय मंगल बाई की मौत हुई थी। अगले दिन 3 साल के बच्चे अमोघ भट्ट की भी मौत हो गई थी।