सार
कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के आश्रम कुबेरेश्वर धाम में शिवमहापुराण कथा और सात दिवसीय रुद्राक्ष वितरण महोत्सव के दूसरे दिन शुक्रवार को भी श्रद्धालुओं का तांता लगा है। गुरुवार को अनुमान से ज्यादा लगभग दस लाख लोगों की भीड़ इकटठा हो गयी थी।
सीहोर। कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के आश्रम कुबेरेश्वर धाम में शिवमहापुराण कथा और सात दिवसीय रुद्राक्ष वितरण महोत्सव के दूसरे दिन शुक्रवार को भी श्रद्धालुओं का तांता लगा है। महोत्सव के पहले ही दिन गुरुवार को अनुमान से ज्यादा लगभग दस लाख लोगों की भीड़ इकटठा हो गयी थी। इसकी वजह से हालात बिगड़ गए, व्यवस्थाएं चरमरा गईं।
भीड़ में चक्कर खाकर गिरी एक महिला की मौत हो गई। कल अफरातफरी के बीच करीब 15 लोगों के लापता होने की भी खबर आ रही है। लगभग दो हजार लोग बीमार पड़ गए हैं। हालांकि समिति की तरफ से गुरुवार देर रात रुद्राक्ष वितरण रोक दिया गया। फिर भी लोगों का कुबेरेश्वर धाम पहुंचना जारी है। लापता हुए लोगों की तस्वीर इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रही है।
रेलवे व बस स्टेशनों पर हजारों की संख्या में लोग मौजूद
श्रद्धालुओं की भीड़ के सामने प्रशासन लाचार नजर आ रहा है। कुबेरेश्वर धाम के आसपास रहने वाले किसानों को भी परेशानी हो रही है। श्रद्धालु जिनके खेतों से होकर आ रहे हैं, उनका भी नुकसान हो रहा है। रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड पर अब भी हजारों की संख्या में लोग मौजूद हैं।
चक्कर खाकर गिरी महिला की हो गयी मौत
गुरुवार को भीड़ में एक महिला चक्कर की वजह से गिरी और उसकी मौके पर मौत हो गयी। महिला की पहचान महाराष्ट्र के नासिक के मालेगांव की रहने वाली मंगला बाई (50) के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि महिला को हार्ट अटैक आया था। महिला को अस्पताल भी ले जाया गया। पर डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
दस घंटे लगा रहा इंदौर-भोपाल हाईवे पर जाम
गुरुवार को श्रद्धालुओं की भीड़ इतनी थी कि इंदौर-भोपाल हाईवे पर लम्बा जाम लगा रहा। लोगों का सड़कों पर पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा था। सीहोर रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड पर बाहर से आए मुसाफिरों की भारी भीड़ जमा रही। टोल टैक्स नाकों पर कई-कई किलोमीटर तक वाहन खड़े रहे।
सीएम शिवराज सिंह का जाने का कार्यक्रम भी हुआ था निरस्त
कुबेरेश्वर धाम में 16 से 22 फरवरी तक चल रहे आयोजन में गुरुवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान भी शामिल होने वाले थे। उनका शिव महापुराण कथा में दोपहर तीन बजे जाने का कार्यक्रम था। पर अव्यवस्था और बढती भीड़ को देखते हुए उनका कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया। पूर्व सीएम कमलनाथ 18 फरवरी को कुबेरेश्वर धाम जा सकते हैं।