सार
चीता रिइंट्रोडक्शन प्रोग्राम के तहत इस साल 12 चीत मध्य प्रदेश के कूनों में फिर लाए गए। इनकों यहां लाने के बाद भोजन में बोमांस परोसा गया जिसको उन्होंने तुरंत चट कर लिया। इनको 4 दिन पहले साउथ आफ्रीका में आखिरी बार भोजन दिया गया था।
श्योपुर (sheopur). मध्य प्रदेश के कूनों में एक बार फिर चहल पहल है। दरअसल यहां दो दिन पहले साउथ आफ्रीका से 12 चीतो को लाया गया है। विदेश से आए मेहमानों को पूरी सुरक्षा में क्वेरेनटाइन बाड़ों में छोड़ा गया था। इन चीतों को सीएम शिवराजसिंह चौहान की मौजूदगी में रिलीज किया गया था। दो दिन पहले आए मेहमानों को उनके नए घर में पहला भोजन परोसा गया। पिछली गलती से ध्यान रखते हुए ऐसा जीव का भोजन नहीं दिया गया जिससे विवाद की स्थिति हो।
4 दिन बाद शाम को मिला भोजन, चीतो को पसंद आई मेहमाननवाजी
दरअसल साउथ आफ्रीका से भारत लाने के पहले उन्हे 15 फरवरी के सुबह 6 बजे आखिरी बार भोजन दिया गया था। इसके बाद आफ्रीका से एयर फोर्स के स्पेशल विमान से शनिवार के दिन यहां लाया गया था। इन चीतों को कूनों नेशनल पार्क में बने बाड़ों में छोड़ने के बाद रविवार की शाम 10 चीतों को बोमास भोजन के रूप में परोसा गया था। इन मेहमानों को कूनो का वातावरण पसंद आ गया कि वे इसमें एजस्ट होने लगे है। उनको यहां का खाना इतना पसंद आया कि जब उनको मीट परोसा गया तो वे जल्दी से खा गए।
एक बार में ही पूरा खा जाते है अपना शिकार
कूनो पार्क में बाहर से आए चीतों की निगरानी में लगे अधिकारियों ने बताया कि चीते लगभग तीन से चार दिन में एक बार शिकार करते है और अपने शिकार को वे एक बार में ही खा जाते है। जानकारों ने बताया कि इनको चीते या अन्य शिकारी जीवों से शिकार छिनने के डर रहता है। जबकि इन्हीं की केटेगरी में आने वाला खूखार वन्य जीव जैसे बाघ शिकार करने के बाद अपना भोजन आराम से करता है। वह अपने शिकार का कुछ हिस्सा दूसरे दिन के लिए भी छोड़ देता है।
1 महीने तक रहेंगे क्वेरेंटाइन बाड़ों में
शनिवार के दिन पहुंचे 12 चीतों को फिलहाल क्वेरेंटाइन बाड़ों में रखा गया है। इनको इन बाड़ों में अगले एक महीने तक रखा जाएगा। इसके बाद इन चीतों को कब शिफ्ट किया जाएगा इस पर बनी टास्क फोर्स द्वारा फैसला लिया जाएगा। बता दे कि 12 चीतों के आने के बाद अब कूनो में इनकी संख्या 20 हो गई है।
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