Heavy Rain IN MP : मध्य प्रदेश में अति बारिश का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बेतवा, सीप, पार्वती और चंबल नदियां उफान पर हैं। अब तो इस जलप्रलय से लोगों की मौतें होने लगी हैं। श्योपुर की बाढ़ में बहे चाचा भतीजे के शव लिपटे हुए मिले। 

MP Weather Update : मध्य प्रदेश में पिछले एक सप्ताह से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जन जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। प्रदेश की सारी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। शहर से लेकर गांव तक पूरी तरह जलमग्न हैं। कई जिलों में बाढ़ के हालात बन गए हैं। इसी बीच श्योपुर जिले से एक दिल दहला देने वाली तस्वीर सामने आई है। जहां बाढ़ में बहे चाचा भतीजे के शव एक-दूसरे से लिपटे हुए मिले।

ग्वालियर संभाग में भारी बारिश 

दरअसल, ग्वालियर संभाग में खासकर श्योपुर और शिवपुरी में भारी बारिश हो रही है, जिसकी वजह से आसपास के इलाके में बाढ़ आ गई है। वहीं श्योपुर में पार्वती नदी की बाढ़ में बहे चाचा-भतीजे के शव खेत में मिलने से लोग सदमे में हैं। दोनों के शव इतनी बुरी हालत में मिले कि उन्हें देखकर लोगों का कलेजा कांप गया। मामले की जानकरी स्थानीय पुलिस को दी गई। पुलिस ने शव बरामद कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिए हैं। वहीं परिवार को भी खबर दे दी गई है।

खेत पर काम करने निकले थे चाचा भतीजे

श्योपुर पुलिस ने बताया कि चाचा-भतीजे आमलदा के रहने वाले थे। चाचा राजू यादव अपने 18 वर्षीय भतीजे शिवम यादव के साथ मंगलवार को खेत पर गए थे। लेकिन खेत पर काम ज्यादा होने की वजह से वह शाम को खेत पर ही रुक गए। जब अगले दिन बुधवार को भी वह घर नहीं पहुंचे तो परिवार ने पुलिस को सूचना देकर उनकी तलाश की, लेकिन कोई पता नहीं चला। अगले दिन गुरूवार को जब पार्वती नदी का जलस्तर कुछ कम हुआ तो दोनों के शव खेत में एक-दूसरे से लिपटे हुए मिले।

श्योपुर और शिवपुरी में दिखा जलप्रलय

श्योपुर और शिवपुरी में इतनी भीषण बारिश हो रही है कि जहां देखो वहां पानी ही पानी नजर आ रहा है। आसपास के खेत, मंदिर और पुल सब डूब चुके हैं। वहीं शिवपुरी में माधव टाइगर रिजर्व की सांख्य सागर झील ओवरफ्लो हो गई है। पार्वती और चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। कई गांव डूबने की कगार पर पहुंच चुके हैं। कई रास्ते बंद हो गए हैं, जिससे गांव से शहर का संपर्क टूट चुका है। जिला प्रशासन ने निजी और सरकारी स्कूलों की छुट्टियां कर दी हैं। वहीं बुधवार को रेस्क्यू टीम ने गुना, शिवपुरी, श्योपुर, मुरैना समेत कई जिलों के बाढ़ ग्रस्त इलाकों से सैकड़ों लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित जगह पहुंचाया।