सार

भगवान शिव की नगरी ओंकारेश्वर में आदि गुरू शंकराचार्य की 108 फुट ऊंची मूर्ति बनकर तैयार हो चुकी है। जल्द ही इस मूर्ति को स्थापित किया जाएगा। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इसको लेकर बड़ी अपडेट दी है।

ओंकारेश्वर. भगवान शंकर के 12 ज्योतिर्लिंग में से दो ज्योतिर्लिंग मध्य प्रदेश में हैं। एक उज्जैन और दूसरा है ओंकारेश्वर...इन दोनों ही शहरों को शिव की नगरी से जाना जाता है। लेकिन अब ओंकारेश्वर की एक और पहचान होगी, दरअसल यहां पर आदि गुरू शंकराचार्य की 108 फुट ऊंची मूर्ति स्थापित होने जा रही है। मध्य प्रदेश सरकार ने इसके लिए करीब 2000 करोड़ खर्च किए हैं। इसके जरिए ओकारेंश्वर में एक वेदांत केंद्र विकसित करना चाह रही है।

ध्यप्रदेश के लिए ऐतिहासिक क्षण... आदि शंकराचार्य जी की अलौकिक प्रतिमा

सीएम शिवराज ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ओंकारेश्वर में आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा निर्माण कार्य की फोटो शेयर करते हुए लिखा कि, मध्यप्रदेश के लिए ये ऐतिहासिक क्षण हैं।आदि शंकराचार्य जी की अलौकिक प्रतिमा अपने भव्य स्वरूप में प्रकट होने जा रही है। 'शंकरावतरण' सनातन संस्कृति के सतत् जागरण का प्रतीक है। ओंकारेश्वर में 'एकात्म धाम' विश्व बंधुत्व एवं एकात्मता के लोकव्यापीकरण की वैश्विक प्रेरणा बनेगा...

पीएम मोदी करेंगे अनावरण...जानिए क्या हैं इसकी खासियत

बताया जा रहा है कि मध्यप्रदेश के लिए इस ऐतिहासिक क्षण गबाह प्रधानमंत्री बनेंगे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम मोदी सिंतबर महीने में आदि शंकराचार्य जी की अलौकिक प्रतिमा का अनावरण कर सकते हैं। हालांकि अभी समय और तारीख फिक्स नहीं हुई है। लेकिन विधानसभा चुनावों के देखते हुए प्रतिमा का अनावरण चुनाव से पहले होना संभव है। शिवराज सरकार ओंकारेश्वर में विश्व बंधुत्व एवं एकात्मता के प्रतीक के रूप में एकात्म धाम का विकास कर रही है। यहां पर एक मल्टी मीडिया आधारित म्यूजियम बनाए जाएगा। जहां पर आचार्य शंकराचार्य की शिक्षाओं को प्रदर्शित किया जाएगा। इसके अलावा लाइट एंड साउंड शो का भी आयोजन होगा।