सार
भायंदर पूर्व से पश्चिम को जोड़ने वाले पुल से 9 मार्च की शाम गिरकर 21 वर्षीय एक महिला और उसकी बेटी गंभीर रूप से घायल हो गईं। वे पुल से कैसे गिरे, किसी ने धक्का दिया या हादसा था, अभी रहस्य बना हुआ है।
मुंबई. यहां भायंदर पूर्व से पश्चिम को जोड़ने वाले पुल से 9 मार्च की शाम गिरकर 21 वर्षीय एक महिला और उसकी बेटी गंभीर रूप से घायल हो गईं। वे पुल से कैसे गिरे, किसी ने धक्का दिया या हादसा था, अभी रहस्य बना हुआ है। ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी और स्थानीय लोग उनकी मदद के लिए दौड़े और दोनों को टेम्बा अस्पताल में भर्ती कराया।
लोगों ने देखा कि मां-बेटी पुल के नीचे गिरे पड़े थे
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि समय पर अस्पताल ले जाने के कारण महिला और उसकी बेटी बाल-बाल बच गईं। अधिकारी ने कहा, “20 से 30 फीट से अधिक की ऊंचाई से गिरने के बाद महिला की कमर में फ्रैक्चर हो गया, जबकि उसकी तीन साल की बेटी के पैर में फ्रैक्चर हो गया।”
ट्रैफिक पुलिस ने कहा कि उन्हें घटना के बारे में एक व्यक्ति ने सूचना दी थी। पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस ने कहा-"एक महिला और दो से तीन साल के बच्ची को जमीन पर पड़े देखा। दोनों जीवित थे। फिर हम उन्हें अस्पताल ले गए।"
अगस्त, 2022 में भी सामने आया था ऐसा ही मामला
मुंबई से सटे ठाणे जिले में नालासोपारा (Nalasopara) की रहने वाली 30 वर्षीय महिला भायंदर रेलवे क्रीक (Bhayander Railway Creek) से गिरकर घायल हो गई थी। वहां मौजूद मछुआरों की मदद से महिला की जान बच गई थी। यह मामला अगस्त, 2022 में सामने आया था। महिला कैसे गिरी, यह रह रहस्य बना रहा।
सबसे बड़ी बात महिला का बचना भी एक चमत्कार से कम नहीं था। मछुआरों के अनुसार, भायंदर क्रीक (नाले) के पानी में गिरी महिला सात घंटे से अधिक समय तक पानी में जीवित रही, यह किसी चमत्कार से कम नहीं था। रंजना विश्वकर्मा नाम की यह महिला क्रीक (Bhayander Creek) में एक नाव से चिपकी पड़ी रही, ताकि कोई देखे और मदद मिले।
यह महिला अपने फ्रेंड के साथ पुल पर आई थी। ये वो जगह थी, जहां उसके भाई ने कूदकर कुछ महीने पहले जान दे दी थी। महिला और उसके दोस्त पुल पर खड़े थे, तभी तेज हवा के साथ बारिश होने लगी। महिला का छाता हवा में उड़ने लगा, तो उसे पकड़ने महिला आगे बढ़ी, तो उसका पैर फिसल गया।
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