सार
मुंबई। फिल्म स्टार सैफ अली खान (Saif Ali Khan) पर उनके मुंबई स्थित घर में चाकू से हमला किया गया। सैफ को मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सर्जरी के बाद वह खतरे से बाहर हैं।
सैफ अली खान पर हुए हमले की जांच मुंबई पुलिस ने शुरू कर दी है। मुंबई पुलिस के अधिकारी सैफ अली खान के बांद्रा पश्चिम स्थित अपार्टमेंट परिसर में देखे गए। सतगुरु शरण अपार्टमेंट जाने वाले पुलिस अधिकारियों में जाने-माने एनकाउंटर स्पेशलिस्ट दया नायक भी शामिल थे। दया नायक को 1990 के दशक में 80 से अधिक अंडरवर्ल्ड गैंगस्टरों को मार गिराने के लिए जाना जाता है।
कौन हैं दया नायक?
कर्नाटक के उडुपी में जन्मे दया नायक बड्डा और राधा नायक के सबसे छोटे बेटे हैं। अपने गांव के सातवीं क्लास तक पढ़ने के बाद नायक नौकरी की तलाश में 1979 में मुंबई आ गए थे। उन्होंने पहली नौकरी एक होटल में थी। उन्होंने जिस होटल में काम किया था, उसके बरामदे में रहे। मुंबई के गोरेगांव में एक नगरपालिका स्कूल से 12वीं की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद अंधेरी के सीईएस कॉलेज से ग्रेजुएशन किया।
1995 में सब-इंस्पेक्टर बने थे दया नायक
1995 में पुलिस अकादमी से स्नातक करने के बाद उन्हें जुहू पुलिस स्टेशन में पुलिस सब-इंस्पेक्टर के पद पर नियुक्त किया गया था। उस वक्त मुंबई में अंडरवर्ल्ड अपने चरम पर था। दिसंबर 1996 में दया नायक ने मुंबई के जुहू में छोटा राजन के दो गुंडों को मार गिराया था। इन अपराधियों ने दया नायक पर गोलियां चलाई थीं। इसके साथ ही नायक की लोकप्रियता पुलिस के बीच बढ़ गई। बाद में उन्होंने अपनी पहचान एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के रूप में बनाई।
विवादों में भी रहे हैं दया नायक
दया नायक विवादों में भी रहे हैं। उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोपों की जांच हुई। 2004 में महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) कोर्ट ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) को नायक की आय से अधिक संपत्ति की जांच करने का आदेश दिया था। नायक को एसीबी ने गिरफ्तार कर लिया था। 2012 में उन्हें अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (पश्चिम) नियंत्रण कक्ष के पद पर बहाल किया गया था।
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