Mumbai Airport News: मुंबई एयरपोर्ट को एयरपोर्ट कार्बन एक्रिडिटेशन में लेवल-5 सर्टिफिकेशन मिला है। इसका मतलब है कि एयरपोर्ट ने अपने कामकाज से होने वाला लगभग पूरा कार्बन उत्सर्जन खत्म कर दिया है और 2050 तक पूरी तरह नेट-जीरो बनने का प्लान बना लिया है।
Mumbai Airport Level 5 Accreditation: देश के सबसे बिजी एयरपोर्ट्स में से एक मुंबई एयरपोर्ट दुनिया के सबसे ग्रीन एयरपोर्ट्स की लिस्ट में शामिल हो गया है। छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट (CSMIA) को एयरपोर्ट कार्बन एक्रिडिटेशन (Airport Carbon Accreditation) प्रोग्राम से लेवल-5 सर्टिफिकेशन मिला है, जो किसी भी एयरपोर्ट को मिलने वाली सबसे बड़ी और टॉप कैटेगरी की मान्यता है। मुंबई एयरपोर्ट्स समेत दुनियाभर में सिर्फ 30 एयरपोर्ट्स को ही लेवल-5 स्टेटस मिला है, जिन्होंने एडवांस्ड डिकार्बनाइजेशन में हाई लेवल परफॉर्मेंस दिखाया है। एशिया-पैसिफिक रीजन में सिर्फ 7 और भारत में सिर्फ 4 एयरपोर्ट ही इस लिस्ट में शामिल हैं।
मुंबई एयरपोर्ट को लेवल-5 सर्टिफिकेशन का क्या मतलब है?
एयरपोर्ट ने अपने ऑपरेशन से निकलने वाला लगभग पूरा कार्बन उत्सर्जन खत्म कर दिया है। एयरपोर्ट के पास 2050 तक पूरी तरह नेट-जीरो बनने का पक्का रोडमैप है। एयरपोर्ट हर काम में इलेक्ट्रिक, वेहिकल्स, मशीनों और एनर्जी, सबमें ग्रीन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहा है। मतलब एक मजबूत ESG फ्रेमवर्क, डेटा-ड्रिवन प्लानिंग और कार्बन मैनेजमेंट कमेटी के साथ लगातार पर्यावरणीय सुधार किए हैं। यह दिखाता है कि मुंबई एयरपोर्ट सिर्फ बड़ा नहीं, बल्कि आधुनिक और जिम्मेदार एयरपोर्ट भी है। CSMIA की तरफ से कहा गया है कि 'यह उपलब्धि हमारे पूरे मॉडल की सफलता है।'
मुंबई एयरपोर्ट की जिम्मेदारी किसके पास है?
मुंबई एयरपोर्ट को MIAL (Mumbai International Airport Ltd) ऑपरेट करती है, जो AAHL (Adani Airport Holdings Ltd) और AAI (Airports Authority of India) का जॉइंट वेंचर है। AAHL की हिस्सेदारी 74% है और यह भारत का सबसे बड़ा प्राइवेट एयरपोर्ट ऑपरेटर है। CSMIA पहले ही भारत का पहला और दुनिया का तीसरा एयरपोर्ट है, जिसे एयरपोर्ट कस्टमर एक्सपीरिएंस के लिए भी लेवल-5 एक्रिडिटेशन मिला है। MIAL के प्रवक्ता ने कहा, 'यह उपलब्धि दिखाती है कि CSMIA दुनिया के उन एयरपोर्ट्स में है, जो इनोवेशन और सस्टेनेबिलिटी को साथ लेकर चलते हैं। यह सिर्फ एक उपलब्धि नहीं, बल्कि आने वाले समय में ग्रीन एविएशन की दिशा तय करने वाला कदम है।'
मुंबई एयरपोर्ट ने 98% तक एमिशन कैसे कम किए?
एयरपोर्ट ने बताया कि उसने FY2022 से अब तक स्कोप 1 और स्कोप 2 एमिशंस में 98% से ज्यादा की कमी ला दी है। यानी एयरपोर्ट के अपने ऑपरेशन लगभग पूरी तरह कार्बन-फ्री हो चुके हैं। 2022 के बाद से एयरपोर्ट ने कई ट्रांसफॉर्मेटिव स्टेप्स लिए हैं, जिनमें 100% रिन्यूअब इलेक्ट्रिसिटी का इस्तेमाल, FY2022 की तुलना में FY2025 में 40% ज्यादा एनर्जी एफिशिएंसी, LED लाइटिंग, EC फैंस, ऑटोमेशन, हाई-एफिशिएंसी AC सिस्टम्स, पूरे ग्राउंड फ्लेट का इलेक्ट्रिक वेहिकल्स में कन्वर्जन, इको- फ्रेंडली फायर सिस्टम, लो- GWP रेफ्रिजरेंट्स और सभी ICE व्हीकल्स का EV में पूरा ट्रांजिशन शामिल हैं। टेक्नोलॉजी और स्ट्रक्चरल बदलावों से स्कोप-3 एमिशन को घटाने की तैयारी भी चल रही है। ACI के डायरेक्टर स्टेफानो बैरोंची ने कहा, 'CSMIA ने लगातार दिखाया है कि सस्टेनेबिलिटी सिर्फ प्लान नहीं, एक ऐक्शन है। लेवल-5 ग्लोबल नेट-ज़ीरो मिशन के साथ उनकी कमिटमेंट साबित करता है।'
