सार

एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले (Supriya Sule) ने कहा है कि अजीत पवार हमेशा उनके बड़े भाई रहेंगे। अगर बागी लौट आते हैं तो उन्हें खुशी होगी।

मुंबई। एनसीपी (Nationalist Congress Party) में टूट के बाद पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले (Supriya Sule) ने अजीत पवार (Ajit Pawar) और बागियों को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि अगर बागी पार्टी में लौट जाते हैं तो उन्हें खुशी होगी। चचेरे भाई अजित पवार के साथ उनका रिश्ता नहीं बदलेगा। वह हमेशा उनके भाई रहेंगे।

दरअसल, रविवार को एनसीपी नेता अजीत पवार ने अपने समर्थक विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे कैम्प ज्वाइन कर लिया था। अजीत पवार समेत 9 विधायकों ने मंत्री पद का शपथ लिया है। अजीत पवार उपमुख्यमंत्री बने हैं। एनसीपी प्रमुख शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने कहा कि उनके पिता ने सभी के साथ परिवार के सदस्य जैसा व्यवहार किया।

सुप्रिया सुले बोलीं- पार्टी के पुनर्निर्माण के लिए लड़ेंगे

रविवार देर रात प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सुप्रिया सुले ने कहा कि एनसीपी में जो कुछ हुआ इसका असर विपक्षी दलों की एकता पर नहीं होगा। पार्टी नए जोश के साथ काम करेगी और अपनी ताकत बढ़ाएगी। पार्टी राज्य और देश के लोगों के भलाई के लिए काम करेगी। सुप्रिया सुले ने कहा, "हम पार्टी के पुनर्निर्माण के लिए लड़ेंगे। अगर बागी पार्टी में लौटते हैं तो मुझे खुशी होगी। अब देखते हैं कि भविष्य में चीजें किस तरह सामने आती हैं। अजीत दादा के साथ मेरा रिश्ता नहीं बदलेगा। इसके बाद भी हमारी विश्वसनीयता बढ़ेगी।"

अजीत पवार के मुंबई स्थित घर देवगिरि में रविवार सुबह हुई बैठक में क्या बात हुई? इस सवाल के जवाब में सुप्रिया ने कहा कि मेरे और अजीत पवार के बीच क्या बातचीत हुई यह हमेशा हमारे बीच ही रहेगा। सुप्रिया ने एनसीपी संकट पर कहा, "जो कुछ हुआ यह निश्चितरूप से दर्दनाक है। अजीत दादा के लिए मेरे मन में हमेशा सम्मान रहेगा। वह हमेशा मेरे भाई रहेंगे।"

अजीत दादा हमेशा मेरे भाई बने रहेगे: सुप्रिया सुले

सुप्रिया सुले ने कहा, "2019 के एपिसोड के बाद मुझे कुछ जिम्मेदारी दी गई। मैं और अधिक परिपक्व हुई हूं। चाहे जो हो अजीत दादा हमेशा मेरे बड़े भाई रहेंगे।" दरअसल, 2019 में अजीत पवार ने बीजेपी से हाथ मिला लिया था। उन्होंने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली थी। हालांकि, भाजपा के साथ उनका कार्यकाल केवल 80 घंटों तक ही चला था। तत्कालीन सीएम देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में फ्लोर टेस्ट से पहले ही इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद अजित पवार को भी इस्तीफा देना पड़ा था।

सुप्रिया सुले ने भाजपा पर साधा निशाना

भाजपा पर निशाना साधते हुए सुप्रिया सुले ने कहा, "भाजपा एनसीपी को भ्रष्ट पार्टी कहती है फिर वे हमारे नेताओं का स्वागत कैसे कर रहे हैं? मैं बीजेपी पर कुछ कहना नहीं चाहती। मैं दूसरों के घरों में झांकने के बजाय अपने घर पर ध्यान देना चाहती हूं। हमारे बीच कभी भी झगड़े नहीं हो सकते। मैं उन लोगों में से नहीं हूं जो बहस करना और झगड़े करना पसंद करते हैं।"