सार

मुंबई के ठाणे के एक व्यक्ति से साइबर ठगों ने कस्टम और सीबीआई अधिकारी बनकर 59 लाख रुपये ठग लिए। जानिए कैसे यह घटना घटी और पुलिस ने इस पर क्या कार्रवाई की।

 

ठाणे। महाराष्ट्र के ठाणे शहर में रहने वाले एक व्यक्ति ने 59 लाख रुपये गंवा दिए, क्योंकि साइबर जालसाजों ने कस्टम और सीबीआई अधिकारी बनकर उसकी क्रिमिनल एक्टिविटीज के लिए उसके खिलाफ कार्रवाई करने की धमकी दी थी।

एक हफ्ते तक चला डिजिटल अरेस्ट का कारोबार

पुलिस ने बताया कि यह घटना 26 नवंबर से 2 दिसंबर के बीच हुई। एक अधिकारी ने बताया कि 54 वर्षीय पीड़ित व्यक्ति को एक अननोन नंबर से कई कॉल आए, जिसने खुद को दिल्ली का कस्टम अधिकारी बताया। उसने पीड़ित को बताया कि उसका एक पार्सल जब्त कर लिया गया है और उसमें ड्रग्स मिले हैं। कॉल करने वाले ने दावा किया कि मामले को आगे की जांच के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को भेजा जा रहा है।

कानूनी कार्रवाई की धमकी देकर ट्रांसफर करा लिए 59 लाख

उसने पीड़ित को सीबीआई के साथ सहयोग करने और उनसे एक और कॉल लेने का निर्देश दिया। इसके बाद पीड़ित को एक और कॉल आया - इस बार एक व्यक्ति ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताया। उसने पीड़ित को बताया कि उसका नाम मानव तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग सहित गंभीर आपराधिक गतिविधियों से जुड़ा पाया गया है। कॉलर ने कहा कि मामले को सुलझाने और मामलों से अपना नाम हटाने के लिए उसे 59 लाख रुपये देने होंगे।

पैसे ट्रांसफर करने के बाद हुआ ठगी का एहसास

डरे हुए पीड़ित ने कॉल करने वालों द्वारा दिए गए कई बैंक खातों में राशि ट्रांसफर कर दी, जिन्होंने उस पर भुगतान पूरा करने का दबाव बनाना जारी रखा। हालांकि, पैसे ट्रांसफर करने के बाद पीड़ित को एहसास हुआ कि वह घोटाले का शिकार हो गया है और उसने शिकायत दर्ज कराने के लिए पुलिस से संपर्क किया। उसकी शिकायत के आधार पर नौपाड़ा पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 318 (4) (धोखाधड़ी) और 319 (2) (छद्मवेश द्वारा धोखाधड़ी) और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया।

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