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Shocking Story: जॉगर को कार से उड़ाने वाले 23 साल के इस लड़के की USA से लौटने के बाद से उड़ी हुई थी नींद
वर्ली में 58 वर्षीय जॉगर राजलक्ष्मी विजय रामकृष्णन की सड़क हादसे में हुई मौत का मामला मीडिया की सुर्खियों में है। राजलक्ष्मी अल्ट्राट्रस्ट टेक्नोलॉजी कंपनी की CEO थीं। 19 मार्च को वर्ली सीफेस स्थित वर्ली डेयरी के पास एक कार ने उन्हें उड़ा दिया था।
| Published : Mar 27 2023, 10:06 AM IST / Updated: Mar 27 2023, 10:08 AM IST
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मुंबई. वर्ली में 58 वर्षीय जॉगर राजलक्ष्मी विजय रामकृष्णन की सड़क हादसे में (Worli Jogger death case) हुई मौत का मामला मीडिया की सुर्खियों में है। राजलक्ष्मी अल्ट्राट्रस्ट टेक्नोलॉजी कंपनी की CEO थीं। 19 मार्च को जब वे वर्ली-बांद्रा सीलिंक पर टहलने निकली थीं, तभी वर्ली सीफेस स्थित वर्ली डेयरी के पास सुबह 6.30 बजे एक कार ने उन्हें उड़ा दिया था। बाद में उनकी मौत हो गई थी। आरोप है कि 23 साल का सुमेर मर्चेंट शराब के नशे में था।
राजलक्ष्मी को टक्कर मारने के बाद आरोपी की कार डिवाइडर से जा टकराई थी। सिर में गंभीर चोट लगने से राजलक्ष्मी की मौत हो गई थी। टक्कर इतनी पावरफुल थी कि राजलक्ष्मी दूर जाकर गिरी थीं। उन्हें नायर अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन जान नहीं बच सकी।
अपने पुलिस बयानों में आरोपी मर्चेंट ने बार-बार कहा है कि वह अमेरिका से लौटने के बाद से जेट-लैग्ड( jet-lagged) था, इसलिए उसकी नींद पूरी नहीं हो पा रही थी। जेट लैग डिसऑर्डर या जिसे आमतौर पर जेट लैग कहा जाता है। यह एक अस्थायी नींद विकार है। जब कोई समंदर पार से लौटता है, तो दिनचर्या प्रभावित होने से नींद का क्रम बदल जाता है।
मर्चेंट ने कहा कि वह काम के सिलसिले में अमेरिका गया था और दुर्घटना से तीन दिन पहले लौटा था। इसके अलावा, दुर्घटना से एक रात पहले उसने ताड़देव में अपने घर पर पूरी रात अपने दोस्तों के साथ पार्टी की थी।
पुलिस ने अपनी शुरुआत जांच में ही कहा था उन्हें संदेह है कि 23 वर्षीय दक्षिण मुंबई निवासी सुमेर विजय मर्चेंट वर्ली में एक जॉगर को टक्कर मारते समय नशे में था, जिससे उसकी मौत हो गई। हालांकि पुलिस उसकी मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार कर रही थी।
वर्ली पुलिस ने सुमेर विजय मर्चेंट को भोईवाड़ा कोर्ट में यह कहते हुए हिरासत में लेने के लिए पेश किया था अगर उसे रिहा किया गया, तो वह गवाहों-अपने दोस्तों को प्रभावित करेगा। तब अदालत ने उसे 22 मार्च तक पुलिस हिरासत में भेज दिया था।
सरकारी वकील संतोष गढ़वे ने कहा, "आरोपी और कार में उसके दोस्तों ने नशे में होना स्वीकार किया है।
(इस मामले को लेकर लोगों ने प्रदर्शन भी किया था)
जबकि सुमेर विजय मर्चेंट की वकील अंजलि पाटिल ने तर्क दिया था, 'घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। हालांकि, जिस जगह पर हादसा हुआ वह एक शॉर्प टर्न है। एक महीने पहले भी ऐसा ही हादसा हुआ था। टक्कर लगने के समय मृतक सड़क पर दौड़ रही थी। आरोपी का किसी की हत्या करने का कोई इरादा नहीं था।”
(इस मामले को लेकर जॉगर्स में गुस्सा था)
आरोपी सुमेर मर्चेट ताड़देव इलाके का रहना वाला है, जबकि मृतका दादर-माटुंगा एरिया से थी। स्थानीय लोगों ने आरोपी को पकड़कर पुलिस को सौंपा था। राजलक्ष्मी फिटनेस फ्रीक(fitness freak) थीं और शिवाजी पार्क में एक जॉगर्स ग्रुप का हिस्सा थीं।