इंदौर, मध्य प्रदेश. इस ढाई साल की बच्ची को नहीं मालूम था कि उसके घर में क्या हो रहा है। जब गुरुवार को उसकी मां और परनानी की अर्थी उठाई जा रही थी, तब उसे एक पड़ोसिन गोद में लेकर खिला रही थी। घर में भीड़भाड़ देखकर मासूम खुश थी। उसे लगा शायद घर में कोई उत्सवी माहौल होगा। हत्या के बाद से बच्ची दो दिन तक गुमसुम थी। अपनी मां का मुखाग्नि इसी बेटी से दिलवाई गई। हालांकि उसके लिए यह एक खेल था। फिर भी चिता पर लेटी मां को देखकर बच्ची उदास हुई। मां का चेहरा छूकर बोली, 'मम्मा गई!' बेसहारा बच्ची गुड़िया उर्फ सौम्या को पुलिस ने चाइल्डलाइन की मदद से मां के नाना और बच्ची के परनाना को सौंप दिया है। बच्ची को गोद लेने कई पड़ोसी आगे आए हैं। हालांकि इसके लिए उन्हें कानूनी प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा। इस बीच पड़ोसियों ने बच्ची की पढ़ाई-लिखाई और बाकी खर्च उठाने का फैसला किया है। उल्लेखनीय है कि बुधवार को सौम्या के पिता संदीप सोनी ने पत्नी नीतू और सास पद्मा वर्मा (नानी) की हत्या कर दी थी।