वारसी ने बताया कि आईएमसी गीले कचरे के प्रसंस्करण से कम्पोस्ट खाद और बायो सीएनजी ईंधन बना रहा है। इसके अलावा, नये निर्माण किये जाने और पुराने निर्माण ढहाये जाने के दौरान निकलने वाले मलबे से ईंटें, इंटरलॉकिंग टाइल्स और अन्य निर्माण सामग्री बनायी जा रही है।