आरोपी का प्लान था कि घर के बाहर ताला और गाड़ी न देख सभी को लगेगा कि अजय पाठक परिवार सहित करनाल चले गए हैं। रात होने पर वह पुनः घर पहुंचकर उन तीनों लाश को गाड़ी में रखकर ले जाएगा और आसानी पानीपत में ठिकाने लगा देगा। शवों को ठिकाने लगाने के बाद अजय के रखे पैसा हाथ साफ कर देगा, लेकिन शाम के समय घटना की जानकारी पुलिस को लग गई।