स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि पाकिस्तान, बंग्लादेश में हिंदुओं को अपनी बात कहने का अधिकार नहीं है। संप्रदाय के आधार पर इन देशों में लोगों को परेशान किया जा रहा है। ऐसे जो लोग भारत में शरण लेना चाह रहे हैं, उन्हें नागरिकता देने के लिए ही सीएए कानून संसद में पास किया गया है।