कांग्रेस ने यूथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और तीन बार के विधायक अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग को नया पीसीसी चीफ बनाया है। इसके अलावा भारत भूषण आशू को कार्यकारी अध्यक्ष और प्रताप सिंह बाजवा को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है।
कांग्रेस पार्टी हाईकमान ने पंजाब सरकार के पूर्व मंत्री अमरिंदर सिंह राजा को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया है। वहीं कांग्रेस के सीनियर नेता प्रताप सिंह बाजवा को विधायक दल का नेता बनाया गया है।
विधानसभा चुनाव में हार के बाद से ही कांग्रेस में मनमुटाव बढ़ गया है। कई बड़े नेता सिद्धू से खफा हैं और वे उन्हें पसंद नहीं करते। वहीं, सिद्धू प्रधान बनने नए-नए तरकीब निकालने में जुटे हैं। पार्टी में एक के बाद एक बयानबाजी भी सामने आज रही है।
बोर्ड के इस कारनामे के बाद पैरेंट्स काफी नाराज हैं। उनका कहना है कि शिक्षा बोर्ड और सरकार को या तो पूरे पैसे वापस करने चाहिए या फिर उसको फीस में एडजेस्ट करना चाहिए ताकि राहत मिल सके।
राज्य में अभी गेहूं की फसल की कटाई चल रही है। इसके बाद धान का सीजन आ जाएगा। इस सीजन में बिजली की मांग 15 हजार मेगावाट तक पहुंचने का अनुमान है। अगर समय रहते इसकी पूर्ति नहीं की जाती तो सरकार को किसानों का आक्रोश भी झेलना पड़ सकता है।
सोशल मीडिया पर एक गैंगवार का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। जहां आपसी रंजिश में कुछ हमलावरों ने एक कबड्डी खिलाड़ी की गोली मारकर सरेआम हत्या कर दी। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस घटना का वीडियो शेयर किया है।
चंडीगढ़ : जब कोई बेटा बड़े पद पर पहुंचकर परिवार का नाम रोशन करता है तो मां फूली नहीं समाती। गर्व से सिर ऊंचा उठ जाता है। कुछ ऐसा ही हुआ है बलदेव कौर के साथ। बलदेव कौर पिछले 25 साल से जिस स्कूल में सफाई कर्मचारी हैं, उसी स्कूल में उनका बेटा जब चीफ गेस्ट बनकर पहुंचा तो उनकी आंखें भर आई। पलभर में कई साल आंखों के सामने से गुजर गए और मां के चेहरे पर बस मुस्कान थी। बात कर रहे हैं पंजाब (Punjab) में आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक लाभ सिंह उगोके (Labh Singh Ugoke) की। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को हराकर सुर्खियों में आए उगोके एक बार फिर चर्चा में हैं। जहां उनकी मां सफाई कर्मचारी का काम करती हैं, वहीं वे फीता काटने पहुंचे। तस्वीरों में देखिए इमोशनल कर देने वाला यह पल...
चंडीगढ़ पर दावे को लेकर 1967, 1970, 1978, 1985, 1986 और 2014 में पंजाब में प्रस्ताव पास हो चुका है। वहीं, SYL को लेकर हरियाणा में भी साल 2000 के बाद से पांच बार प्रस्ताव पास हो चुका है।
भगवंत मान को सत्ता संभाले सिर्फ 20 दिन ही हुए हैं और इन्हीं दिनों में सरकार ने ताबड़तोड़ फैसले लिए हैं। आम आदमी पार्टी की सरकार का कहना है कि राज्य में कानून व्यवस्था से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और सीधे एक्शन होगा।
इस मुद्दे की एक बार फिर शुरुआत उस वक्त हुई जब केंद्र ने चंडीगढ़ के कर्मचारियों पर केंद्रीय नियम लागू कर दिया। इसके बाद पंजाब सरकार ने एक अप्रैल को विधानसभा का सत्र बुलाया और चंडीगढ़ को पूर्ण रूप से पंजाब को देने का प्रस्ताव पास कर दिया।