सार
राजस्थान में विधानसभा चुनावों को लेकर सभी पार्टियों ने कमर कस ली है। वहीं एआईएमआईएम पार्टी के चीफ असदुद्दीन ओवैसी सचिन पायलट के गढ़ माने जाने वाले टोंक जिल में रैलिया करने पहंचे हैं। यहां वह तीन दिन तक बड़ी रैलियां करने वाले हैं।
टोंक (राजस्थान). एआईएमआईएम पार्टी के चीफ असदुद्दीन ओवैसी राजस्थान में है । कल और आज, यानी शनिवार और रविवार । ओवैसी ने राजस्थान में बड़े मुस्लिम जिलों में कई रैलियां और प्रदर्शन आयोजित किए हैं । शनिवार को भी अलवर के टपूकड़ा रामगढ़ और भरतपुर के कामा विधानसभा क्षेत्र में थे । कामा विधानसभा क्षेत्र में उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और भाजपा के नेताओं को जमकर चुनौती दी। ओवैसी का कहना था कि अगर कोई आरोपी है तो क्या उसे जिंदा जला कर मार देंगे , यह गलत है। समय आने पर इसका जवाब दिया जाएगा ।
सचिन पायलट के गढ़ टोंक में ओवैसी ने दी चिनौती
अब आज दोपहर ओवेसी टोंक जिले में है। ये जिला सचिन पायलट का गढ़ है और सचिन पायलट टोंक से विधायक है। आज ओवेसी टोंक में कई जगहों पर जनसभा करने वाले हैं। जनसभा के दौरान यह तय है कि सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत निशाने पर रहेंगे । साथ ही भाजपा के नेता भी ओवैसी के बयानों में रहने वाले हैं।
राजस्थान में ओवैसी की पार्टी कर रही बड़ी प्लानिंग
ओवैसी ने राजस्थान में 200 विधानसभा सीटों में से 40 से ज्यादा विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने का दावा किया है । उनका कहना है कि अभी 40 सीटें टारगेट पर है ,विधानसभा चुनाव का समय आते आते यह सीटें और बढ़ाने की तैयारी हम लोग कर रहे हैं । उल्लेखनीय है कि इस बार पहली दफा ओवैसी की पार्टी राजस्थान में इतने बड़े स्तर पर चुनाव की प्लानिंग कर रही है। ओवैसी पर कांग्रेस और बीजेपी दोनों की नजर है ।
पायलट के किले में सेंध लगाने की कोशिश में ओवैसी
ओवैसी ने कल अलवर और भरतपुर में जनसभा की तो इन सभाओं में बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए। यह दोनों ही पार्टी के लिए चिंता का सबब बनता जा रहा है। इसी तरह आज टोंक में सभा होनी है। टोक सचिन पायलट का घड रहा है और सचिन पायलट ने वहां से बड़े वोटों से जीत हासिल की थी । लेकिन अब ओवैसी सचिन पायलट के किले में सेंध लगाने की कोशिश कर रहे हैं ।
जानिए क्या है मुस्लिम-ओबीसी का टारगेट
टोंक में भी बड़ी संख्या में मुस्लिम है । यही मुस्लिम ओबीसी का टारगेट है। टोंक में आज जो भीड़ बढ़ने वाली है वह सचिन पायलट की मुश्किल जरूर बढ़ा देगी । वैसे भी सचिन पायलट के लिए राजस्थान में पिछले कुछ महीनों से कुछ अच्छा नहीं चल रहा है । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से अदावत जारी है और अब ओवैसी का मुकाबला भी करना है।