सार

राजस्थान के पुष्कर स्थित ब्रम्हा मंदिर के जीर्णोद्धार की तैयारी कांग्रेस सरकार कर रही है। इसकी जानकारी यूडीएच मिनिस्टर शांति धारीवाल ने देते हुए बताया कि हम रेनोवेशन के लिए तैयार कर रहे हैं प्लान। इस वजह से सरकार ने जीर्णोद्धार का बनाया प्लान।

अजमेर (Ajmer). राजस्थान के अजमेर जिले में पुष्कर क्षेत्र में स्थित दुनिया के इकलौते ब्रह्मा मंदिर पर राजस्थान सरकार 500 करोड रुपए खर्च करने की तैयारी कर रही है। राजस्थान सरकार के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री शांति धारीवाल ने आज यह बात कही। शांति धारीवाल की अध्यक्षता में हुई अहम बैठक में ब्रह्मा जी के मंदिर का जीर्णोद्धार करने की योजना तैयार की गई है। ब्रह्मा मंदिर को सरकार बड़े स्तर पर पर्यटन स्थल बनाने की तैयारी कर रही है, इसी कारण मंदिर और मंदिर के आसपास के क्षेत्र पर भारी रकम खर्च की जाएगी।

यूडीएच मिनिस्टर ने दी जानकारी

यूडीएच मिनिस्टर शांति धारीवाल ने कहा कि हम ब्रह्मा जी के मंदिर को टिपटॉप बना देंगे। यह दुनिया का इकलौता मंदिर है। पूरी दुनिया से इस मंदिर के दर्शन के लिए लोग आते हैं। इस मंदिर के बारे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले दिनों निर्देश दिए थे कि मंदिर को लेकर कुछ प्लानिंग की जाए। मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद ही यूडीएच मिनिस्टर ने बैठक बुलाई और मंदिर के रखरखाव और जीर्णोद्धार के लिए ड्राफ्ट तैयार किया गया। आज मंदिर के जीर्णोद्धार का प्रेजेंटेशन मंत्री धारीवाल और अन्य सरकारी अधिकारियों ने देखा है। जल्द ही पुष्कर में इसे शुरू भी कर दिया जाएगा।

इस वजह से किया जा रहा मंदिर का जीर्णोद्धार

मंत्री ने कहा कि पुष्कर सरोवर में आसपास का गंदा पानी आता है। उसे बंद किया जाएगा। परिक्रमा के मार्ग को साफ सुंदर और अच्छा बनाया जाएगा। सुंदरता को निखारने के लिए कई प्लानिंग सरकार ने की है। मंदिर के अंदर और बाहर दीवारों और अन्य जगहों पर मरम्मत की जाएगी, लेकिन यह भी ध्यान रखा जाएगा कि मंदिर के मूल स्थिति को किसी तरह का नुकसान ना हो और उससे छेड़छाड़ ना हो।

आसपास के मंदिर का भी होगा रेनोवेशन

मंदिर के आसपास स्थित कुछ अन्य छोटे मंदिरों पर भी पैसा खर्च किया जाएगा। सीवरेज की सबसे बड़ी समस्या है उसे सही करने के के साथ ही यह सारे काम भी किए जाएंगे। जयपुर में हुई इस बैठक में आरटीडीसी के चेयरमैन धर्मेंद्र राठौर और इस प्रोजेक्ट से जुड़े हुए अधिकारी एवं कर्मचारी शामिल हुए।

उल्लेखनीय है कि पुष्कर स्थित ब्रह्मा जी के मंदिर में पिछले काफी समय से रखरखाव और जीर्णोद्धार नहीं होने के कारण मंदिर मैं दीवारों और छतों पर सीलन के साथ ही दरारे आ रही है , जबकि सैकड़ों वर्ष पुराने इस मंदिर में हर रोज हजारों की संख्या में लोग आते हैं।

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