- Home
- States
- Rajasthan
- सचिन पायलट की भ्रष्टाचार के खिलाफ जन संघर्ष यात्रा का आगाजः रानीखेत एक्सप्रेस में सवार हो जयपुर से अजमेर पहुंचे
सचिन पायलट की भ्रष्टाचार के खिलाफ जन संघर्ष यात्रा का आगाजः रानीखेत एक्सप्रेस में सवार हो जयपुर से अजमेर पहुंचे
- FB
- TW
- Linkdin
कुछ देर पहले सचिन पायलट फिर से अपनी ही सरकार के खिलाफ यात्रा की शुरुआत कर चुके हैं। अजमेर में आरपीएससी कार्यालय के बाहर जनसभा को संबोधित करने के बाद वह अपने समर्थकों के साथ जयपुर के लिए पैदल रवाना हो गए हैं।
अजमेर से जयपुर पहुंचने में 5 दिन का समय लगना तय किया गया है । 5 दिन की इस जन संघर्ष यात्रा में सचिन पायलट भ्रष्टाचार के खिलाफ जगह-जगह जाकर लोगों को सचेत करेंगे और अपने साथ जोड़ने की कोशिश करेंगे। यही उनकी तैयारी है और इसी बारे में उन्होंने मीडिया को जानकारी दी है।
अजमेर पहुंचने से पहले आज सचिन पायलट जयपुर से रवाना हुए। वह अपने निजी वाहन या सरकारी गाड़ी से अजमेर नहीं आए बल्कि रानीखेत एक्सप्रेस में बैठकर अजमेर पहुंचे। उनका सबसे बड़ा मुद्दा भ्रष्टाचार है।
उन्होंने कहा की पेपर लीक मामले में आरपीएससी के अधिकारी लोग शामिल हुए । उन्हें गिरफ्तार किया गया , लेकिन अभी तक कोई बड़ी कार्यवाही नहीं हुई। बड़ी मछलियां अभी भी आजाद है। पायलट ने कहा कि RPSC के पदाधिकारी कटारा के खिलाफ अभी तक सरकार ने कोई बड़ी कार्रवाई क्यों नहीं की है।
जिस तरह से पेपर लीक करने वालों के मकान गिराए गए, उस तरह से कटारा का मकान अभी तक क्यों नहीं गिराया गया। पायलट ने कहा कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ जन संघर्ष यात्रा निकाल रहे हैं । सरकार बनने से पहले पिछली सरकार में कांग्रेस ने इसी तरह की कई यात्राएं निकाली थी।
शराब माफिया, बजरी माफिया और अन्य माफियाओं के खिलाफ बड़ा बिगुल बजाया था और यही कारण रहा कि भाजपा सरकार फिर से रिपीट नहीं हो सकी और जनता ने कांग्रेस को चुना।
इसे भी पढ़े- सोनिया गांधी नहीं हैं, वसुंधरा राजे हैं गहलोत की नेता...राहुल गांधी के राजस्थान दौरे से पहले सचिन पायलट का धमाका
लेकिन इस बार कांग्रेस सरकार भ्रष्टाचार के मुद्दे को ही भूलती जा रही है । पायलट ने कहा कि जब तक सरकार भ्रष्टाचार के मुद्दे को पकड़कर काम नहीं करेगी तब तक जनता साथ नहीं देगी। उल्लेखनीय है कि सचिन पायलट अपनी ही सरकार के खिलाफ 1 महीने के दौरान यह दूसरी बार बड़ा आंदोलन कर रहे हैं।
पार्टी से जुड़े हुए वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि जब पायलट ने पहली बार सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला था और 1 दिन का अनशन किया था। उसी समय अगर उन पर सही तरीके से एक्शन ले लिया जाता तो वह दोबारा सरकार के खिलाफ किसी तरह की यात्रा निकालने से पहले कई बार सोचते।
सबसे बड़ी बात यह है कि इस यात्रा में कोई विधायक मंत्री या कांग्रेस पार्टी का बड़ा नेता शामिल नहीं है। पायलट ने कहा कि 5 दिन तक जयपुर पहुंचने से पहले हम लोग हर दिन कुछ किलोमीटर पैदल चलेंगे और इस दौरान समर्थकों के साथ जनता से संपर्क करते रहेंगे।