सार
राजस्थान के अजमेर शहर में रहने वाला इतना गजब का काम कर रहा है कि जो करना हर किसी के बस की बात नहीं है। दरअसल यह इकलौता सैलून है जो फ्री में बेटियों के बाल काटता है। इसके साथ ही रिटायर्ड फौजियों और गंभीर बीमार व्यक्तियों से भी नहीं लेते रुपए।
अजमेर (ajmer news). कहते हैं शुरुआत छोटी ही सही लेकिन करने से ही शुरुआत होती है । कुछ ऐसा ही अजमेर जिले में रहने वाले यह सैलून मालिक कर रहे हैं। इन्हें छोटे बच्चों से इतना लगाव है कि वह इनके बाद मुफ्त में काटते हैं । खासतौर पर बेटियों के 10 साल से कम उम्र की बेटियों के बाल यह पिछले 8 साल से मुफ्त में काट रहे हैं। कई बार तो उन्हें कटिंग करने के बाद उपहार तक देते हैं । अजमेर के इस सैलून मालिक की कहानी पूरी तरह से फिल्मी लेकिन सच्चाई से भरी हुई है । इनका नाम है हरि सेन और यह अजमेर के रामनगर में सैलून चलाते हैं ।
इसलिए है बेटियों से इतना प्यार
हरि ने बताया कि 2011 में एक हादसे में पत्नी, बेटा और बेटी तीनों की मौत हो गई थी। उसके बाद परिवार के दबाव के चलते फिर से शादी की तो तीन बेटियों का जन्म हुआ। हरि का कहना है कि बेटियां ईश्वर का वरदान है। यही कारण है कि साल 2015 से वे लगातार छोटी बच्चियों के बाल फ्री में काटते हैं। वो उनसे पैसे नहीं लेते हैं। इसके अलावा कैंसर और थैलेसीमिया से पीड़ित लोगों के बाद भी मुफ्त में काटते हैं।
इस दिन फ्री में करते है गंभीर बीमार लोगों की कटिंग
हरि सेन का कहना है कि मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को गंभीर बीमारी से परेशान लोगों की कटिंग हमारे यहां मुफ्त में की जाती है। वे लोग पैसे देने की पेशकश करते हैं लेकिन हम पैसे नहीं लेते। ईश्वर के आशीर्वाद से हमारा परिवार अच्छी तरह से जीवन यापन कर रहा है । गंभीर बीमार लोगों के अलावा सेवानिवृत्त फौजियों के बाल भी हरि फ्री में काटते हैं।
उनका कहना है कि पिछले 7 से 8 साल के दौरान वे लगभग 5 हजार लोगों के बाद मुफ्त में काट चुके हैं। इनमें बड़ी संख्या में छोटी बच्चियां है। हरि ने अपने परिवार में बात की और इस मुक्त सेवा के बारे में बताया तो परिवार भी इसके लिए सहमत हो गया। परिवार का कहना था कि कम पैसे में गुजारा कर लेंगे , लेकिन सेवा करने के लिए ईश्वर ने धरती पर भेजा है वह काम करना सबसे ज्यादा जरूरी है।