सार

राजस्थान के अजमेर में स्थित माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का कर्मचारी नेकर और टीशर्ट पहनकर ऑफिस पहुंच गया। कहने लगा-  मैं अफसर हूं मेरी बात माननी होगी। यहां पर यही ड्रेस कोड चलेगा जो मैं पहन कर आया हूं।

अजमेर. सरकारी नौकरी पाने के लिए लोग पूरा जीवन दांव पर लगा देते हैं , लेकिन कई लोग नौकरी पर इस कदर मजाक करते हैं की नौकरी छीन जाती है । ऐसा ही एक मामला राजस्थान के अजमेर जिले से सामने आया है। अजमेर जिले में स्थित माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के कार्यालय में काम करने वाला कर्मचारी नेकर और टीशर्ट पहनकर ऑफिस पहुंच गया। साथ के स्टाफ पर धौंस जमाने लगा कहा मैं अफसर हूं मेरी बात माननी होगी।

2 घंटे में आ गया अफसर का सस्पेंशन लेटर

मामला डिपार्टमेंट के अधिकारियों तक पहुंचा 2 घंटे में उसके सस्पेंशन का लेटर टाइप हो गया । उसकी फोटो और लेटर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सचिव कैलाश शर्मा ने कहा कि शैक्षिक शाखा में सेक्शन ऑफिसर राजेश कुमार टेक चंदानी को सस्पेंड कर दिया गया है । सस्पेंशन ऑर्डर में यह आदेश लिखा गया है बिना सूचना वह मुख्यालय नहीं छोड़ सकेगा।

मैं ओशो का बंदा हूं, मैं इंटरनेशनल बंदा हूं...कुछ देकर जाऊंगा

दरअसल सोमवार को जब राजेश कुमार ऑफिस नहीं पहुंचा तो स्टाफ ने फोन करके बुलाया वह बिना सूचना दिए छुट्टी पर जाने की बात कर रहा था । लेकिन कुछ देर बाद ऑफिस आया और सीधा डायरेक्ट के कमरे में चला गया......कहा मैं ओशो का बंदा हूं, मैं इंटरनेशनल बंदा हूं, मैं यहां पर कर्मचारी नहीं हूं मैं अधिकारी हूं , मैं कुछ देने आया हूं और कुछ देकर ही जाऊंगा , उसके बाद कहा कि अब से यहां पर यही ड्रेस कोड चलेगा जो मैं पहन कर आया हूं । कल यहां मेरी बहन भी आएगी और वह भी यही पहन कर आएगी। मैं लड़ाई झगड़ा नहीं कर रहा मैं विरोधी पक्ष में हूं.....।

जब वो डायरेक्टर के केबिन में नेकर पहनकर पहुंचा

डायरेक्टर के कमरे में जब वह नेकर पहन कर पहुंचा तो वहां भीड़ लग गई । स्टाफ के लोग वहां पहुंचे तो उसने स्टाफ को भी फटकार दिया। बाद में इसकी सूचना अधिकारियों तक पहुंची तो अधिकारियों ने अनुशासनात्मक कार्यवाही का हवाला देते हुए राजेश कुमार को सस्पेंड कर दिया और उसके खिलाफ जांच बिठा दी गई है। राजेश के खिलाफ पहले भी इस तरह के मामले सामने आने की बात कही जा रही है।