सार
पति-पत्नी ने 60 साल तक सरकारी नौकरी की…एक-एक पैसा जोड़कर रिटायर होने के बाद अपना मकान बनाया। लेकिन सयोंग देखिए गर के गृह प्रवेश से एक दिन पहले ही पति-पत्नी की मौत हो गई। यह दुखद मामला राजस्थान के अलवर जिले का है।
अलवर. खबर राजस्थान के अलवर जिले से है। जहां एक दंपति की मौत ने सबको चौंका दिया है । दरअसल पति की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी , इसकी सूचना कुछ मिनट के बाद जब पत्नी को लगी तो वह बेसुध हो गई। परिवार के लोग उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे ।पता चला उनको भी दिल का दौरा पड़ा है और उनकी भी जान जा चुकी है। यह घटनाक्रम राजस्थान के अलवर जिले का है । सबसे बड़ी बात यह है कि पति पत्नी दोनों सरकारी कर्मचारी थे, कुछ समय पहले ही रिटायर हुए थे और जीवन भर की पूंजी से नया मकान बनाया था । इस मकान में आज गृह प्रवेश था , लेकिन गृह प्रवेश से एक दिन पहले दोनों की जान चली गई।
जिंदगी भर की कमाई से बनाया मकान
मिली जानकारी के अनुसार 62 साल के गोपाल कृष्ण मखीजा अलवर शहर के हसन खान मेवात नगर में रहते थे । गोपाल कृष्ण मखीजा 2 साल पहले ही एक सरकारी विभाग से बाबू की पोस्ट से रिटायर हुए थे । करीब 3 महीने पहले उनकी पत्नी सरोज देवी भी सरकारी टीचर के पद से रिटायर हुई थी। कुछ समय पहले ही दंपति ने अपनी कॉलोनी के नजदीक ही एक जमीन ली थी और इस जमीन पर गृह निर्माण का काम चल रहा था। आज इस मकान का उद्घाटन था।
उद्घाटन से पहले यूं थमीं सांसे
मकान के उद्घाटन से संबंधित सामान लेने के लिए ही कल शाम गोपाल कृष्ण बस से अलवर जिले के खैरथल कस्बे में गए थे । वहां से वापस लौटते समय कल रात उनकी तबीयत चलती बस में बिगड़ गई । उनके सीने में दर्द उठा और वह पड़ोस में बैठी सवारी पर लुढ़क गए । बस चालक ने तुरंत बस रोकी और नजदीक की एक अस्पताल में गोपाल कृष्ण को भर्ती कराया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। परिवार को फोन के जरिए इसकी जानकारी दी गई। परिवार के सदस्य अस्पताल पहुंचे। इस दौरान गोपाल कृष्ण की पत्नी सरोज मखीजा को भी हार्ट अटैक आया । उन्हें भी अस्पताल लाया गया लेकिन तब तक सरोज ने भी दम तोड़ दिया था।
जिंदगी भर की कमाई से बनाया मकान...लेकिन एक दिन भी नहीं रह सके
इस घटना के बाद से पूरा परिवार स्तब्ध है। साथ ही पूरी कॉलोनी भी सदमे में है। कि अचानक इस तरह से कुछ ही पल में दंपति की जान चली गई । स्थानीय लोगों ने बताया करीब तीन महीने पहले जब सरोज मखीजा रिटायर हुई थी , तो रिटायर होने के बाद उन्होंने शहर में एक बड़ा आयोजन किया था। जिसमें परिवार और दोस्त बड़ी संख्या में शामिल हुए थे । परिवार के सदस्य ने बताया कि करीब 40 साल तक गोपाल कृष्ण ने सरकारी विभागों में सेवाएं दी, जबकि उनकी पत्नी सरोज 30 साल से सरकारी शिक्षक थी।