सार
राजस्थान के अलवर से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। जहां पुलिस ने एक ऐसे परिवार को पकड़ा है, जिसका हर सदस्य चोर है। दर्जनों महिलाओं और नाबालिग बच्चे मिलकर चोरी की घटना को अंजाम देते हैं। वह पुलिस के सामने चकमा देकर लूट जाते थे।
अलवर. राजस्थान के अलवर जिले की भिवाड़ी पुलिस ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। अक्सर हमने महीनों के दौरान जेब कतरों को पीटते हुए देखा होगा लेकिन अलवर की भिवाड़ी पुलिस ने एक ऐसा कारनामा किया है जो आज तक कभी राजस्थान में हुआ ही नहीं। दरअसल भिवाड़ी पुलिस ने जेब कतरों के पूरे परिवार को ही धर दबोचा है। इसमें करीब 10 महिलाएं हैं और दो नाबालिग इसके अलावा अन्य सभी पुरुष है। सभी लोग अलवर में भिवाड़ी क्षेत्र में चल रहे मेले में चेन स्नेचिंग और जेबतराशी जैसी घटनाओं को अंजाम देने के लिए आए थे। लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने वहां लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के आधार पर इन्हें पकड़ लिया। अब पुलिस पूछताछ में इन आरोपों से कई बड़े खुलासे होने की संभावना है।
चोरी करने के लिए रखते थे पास खतरनाक हथियार
भिवाड़ी पुलिस ने बताया कि अलवर में भिवाड़ी में चल रहे बाबा मोहनराम के मेले में चल रहे मेले के दौरान चैन स्नैचिंग और जेबकतरी की कई बड़ी घटनाएं सामने आई। इसके बाद लगातार इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के आधार पर लोगों को आईडेंटिफाई किया गया और उन्हें पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। जिसके बाद उन्होंने पूछताछ में ऐसी घटनाओं को करना कबूल किया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी अपने पास ब्लेड और कुछ गर्म पदार्थ जैसे आइटम रखते थे। मौका पाते ही आरोपी लोगों की जेब के चीरा लगाकर जेब काट लेते और ध्यान भटका कर चेन स्नेचिंग करते।
पुलिस को भी चकमा दे जाता था ये शातिर परिवार
पुलिस के आंकड़ों की माने तो राजस्थान में जेबतराशी और चैन स्नेचिंग की वारदातें करने वाली मेवात इलाके की गैंग होती है। जो राजस्थान में होने वाले बड़े मेलों के दौरान ही यहां वारदात करने के लिए आती है। और उसके बाद वापस फरार हो जाती है। हालांकि कई बार तो सीसीटीवी कैमरे की फुटेज के आधार पर पुलिस आरोपी को पकड़ लेती है लेकिन ज्यादातर मामले ऐसे ही होते हैं जहां लाखों की भीड़ होने के बाद पुलिस इन आरोपियों तक पहुंच नहीं पाती है और आरोपी कई वारदातें कर वापस फरार हो जाते हैं।