सार
राजस्थान के अलवर जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। जहां एक परिवार कार में सवार होकर हरियाणा में अपने पैतृक गांव जा रहा था। इसी दौरान ड्राइवर को झपकी आ गई और पिता के साथ मासूम बेटी की मौत हो गई।
अलवर (राजस्थान). गलत जगह पर नींद की एक झपकी आपका सब कुछ तबाह और बर्बाद कर सकती है। ऐसा ही हुआ है राजस्थान के अलवर शहर में रहने वाले एक इंस्पेक्टर परिवार के साथ हुआ है। इंस्पेक्टर, उसकी पत्नी ,मासूम बेटा और बेटी परिवार में सब कुछ अच्छा चल रहा था , लेकिन नेशनल हाईवे पर कार चलाने के दौरान अचानक नींद की एक झपकी के कारण 100 की रफ्तार से दौड़ रही कार बेकाबू हो गई और आगे चल रहे ट्रैक्टर में जा घुसी। जिस समय यह हादसा हुआ उस समय काल में परिवार के 5 लोग सवार थे, जिनमें से दो की मौत हो चुकी है।
हंसता-खेलता परिवार अपने गांव आ रहा था...
अलवर जिले के बहरोड़ कस्बे में रहने वाले परिवार के सदस्यों ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात जसवंत सिंह, उसकी पत्नी मिथलेश, बेटा दिव्यांशु , or अंशु कार में सवार थे। बड़ी बेटी नेहा कार में ही बैठी थी। दिल्ली में तैनात जसवंत सिंह अपने परिवार के साथ अलवर जिले में अपने पैतृक गांव आ रहा था। गांव में शादी में शामिल होने के बाद जसवंत सिंह अपने पूरे परिवार के साथ हरियाणा राज्य में फिरोजपुर इलाके में रहने वाले अपने साले के घर चले गए। साले के बेटा होने के बाद घर में पूजन का कार्यक्रम रखा गया था।
पिता और बेटी की एक चिता पर किया अंतिम संस्कार
इस कार्यक्रम से फ्री होने के बाद पूरा परिवार फिर से दिल्ली के लिए रवाना हो गया , लेकिन हरियाणा से निकलते ही कार हाईवे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। टक्कर इतनी तेज थी कि कार का अगला हिस्सा बुरी तरह चकनाचूर हो गया। कार में आगे की सीट पर बैठी जसवंत की पत्नी मिथलेश गंभीर रूप से घायल हो गई। हादसे में मौके पर ही जसवंत और उसकी बड़ी बेटी नेहा की मौत हो गई। एक बेटा बेटी और मिथिलेश को बेहद गंभीर हालत में गुरुग्राम के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शनिवार शाम पिता और बेटी को एक ही चिता पर अग्नि दी।