सार
बिलासपुर/अलवर. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में साइबर क्राइम से जुड़ा एक बड़ा मामला सामने आया हैए जिसमें दो युवकों ने एक रिटायर्ड अधिकारी से करीब 54 लाख रुपए की ठगी की थी। यह घटना जुलाई 2024 में हुई थीए जब छत्तीसगढ़ के बिलासपुर निवासी 71 वर्षीय जयसिंह चंदेल ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि कुछ अज्ञात लोगों ने उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाने की धमकी दी और उनके साथ ऑनलाइन ठगी कीए जिससे उन्हें लगभग 54 लाख 30 हजार रुपए का नुकसान हुआ। बिलासपुर पुलिस ने दोनों को राजस्थान के अलवर जिले से अरेस्ट किया है। दोनों सैलून चलाते हैं।
राजस्थान के अलवर में छुपे हुए थे दोनों…
बिलासपुर क्राइम ब्रांच की पुलिस ने जांच शुरू करते हुए इस मामले में सितंबर में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिनसे 22 से 23 लाख रुपए बरामद किए गए थे। हालांकि, मामले के दो मुख्य आरोपी अभी तक पकड़े नहीं गए थे, जो राजस्थान के अलवर में छुपे हुए थे। पुलिस को जब यह जानकारी मिली कि ठगी से संबंधित राशि अलवर के एक बैंक खाते में पहुंची है। तो उन्होंने वहां की तकनीकी जानकारी के आधार पर दो युवकों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में निकुंज और लक्ष्य सैनी शामिल हैंं।
ठगी की रकम का एक हिस्सा कमीशन के रूप में मिलता था
इन दोनों आरोपियों के पास से पुलिस ने 2 मोबाइल फोन और बैंक से जुड़े दस्तावेज जब्त किए हैं। आरोपियों ने तीसरे साथी का नाम भी बताया है, जो उन्हें फर्जी बैंक खाते और मोबाइल नंबर मुहैया कराता था। पुलिस की जांच में यह सामने आया कि आरोपियों को ठगी की रकम का एक हिस्सा कमीशन के रूप में मिलता था। पुलिस अब आरोपियों के मोबाइल फोन और बैंक खातों की जांच कर रही है, जिससे यह पता चल सके कि कितने और लोग इस रैकेट में शामिल हैं।
डरा-धमकाकर कमाए पैसे
पुलिस ने बताया कि ठगी की शुरुआत जुलाई 2024 में हुई थी, जब आरोपियों ने जयसिंह चंदेल को फोन कर दावा किया कि उनका नाम मनी लॉन्ड्रिंग और चाइल्ड पोर्नोग्राफी मामले में आ गया है। इसके बाद आरोपियों ने झूठे दस्तावेजों के आधार पर उन्हें डराया-धमकाया और उनसे पैसे ट्रांसफर करवा लिए। आरोपियों ने विभिन्न बहानों से जयसिंह चंदेल से 54 लाख रुपए की रकम ठग ली थी। यह रकम कई अलग-अलग खातों में ट्रांसफर की गई थी।