सार
यह राबोटिक डॉग म्यूल को सेना ने इसलिए विकसित किया है ताकि दुर्गम स्थानों पर वह सेना का मददगार बन सके। युद्ध अभियानों और अन्य जगहों पर सेना के काम आ सके। सका प्रदर्शन पीएम मोदी के सामने 12 मार्च को राजस्थान के जैसलमेर जिले में किया जाना है।
जैसलमेर. ये जो अजूबा फोटो में दिख रहा है, इससे पहले इस तरह के अंजूबे हॉलीवुड फिल्मों में ही देखे होंगे आपने। लेकिन अब यह अजूबा भारतीय सेना ने तैया किया है। इसका प्रदर्शन पीएम मोदी के सामने 12 मार्च को राजस्थान के जैसलमेर जिले में किया जाना है। इसके लिए यह रोबो डॉग भी तैयार है और इसे बनाने वाली पूरी टीम भी.....। इस रोबो डॉग को नाम दिया गया है ... म्यूल.....। ऐसा रोबो डॉग जो पहाड़ चढ़ सकता है, खुफिया काम कर सकता है, पानी में उतर सकता है , तपते रेगिस्तान पर आसानी से दौड़ लगाता है.....। बर्फीली जगहों पर सेना के लिए जासूसी कर सकता है.....। सबसे बड़ी बात ये है कि इसके लिए कुछ भी करना ज्यादा मुश्किल नहीं है।
सेना के लिए मदद करेगा यह अजूबा डॉग
दरअसल राबोटिक डॉग म्यूल को सेना ने इसलिए विकसित किया है ताकि दुर्गम स्थानों पर वह सेना का मददगार बन सके। युद्ध अभियानों और अन्य जगहों पर सेना के काम आ सके। कल होने वाले भारत शक्ति आयोजन में यह खास पेशकश रहने वाली है। रोबो डॉग म्यूल थर्मल कैमरों और राडार से लैस डॉग है। वह फायरिंग तक करने में सक्ष्म है। इसे बर्फ, रेगिस्तान, पहाड़, सब जगह यूज किया जा सकता है।
दौड़ भी लगाएगा यह डॉग
इस अजूबा डॉग का वजह करीब 51 किलो है और ये चार्ज होकर दौड़ लगाता है। वह भी पूरे बारह घंटे तक। इसकी उंचाई 27 इंच है । यह करीब बारह किलो तक वजन उठाने में सक्षम है। फिर चाहे वह एम्यूनेशन हो या फिर अन्य कोई सामान...। इतना वजन आसानी से लोड़ कर सकता है। इसके एक्शन पर सेना ने एक शॉर्ट वीडियो भी बनाया है। जिसे सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट भी किया है।
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