Banswara Hostel Ragging: बांसवाड़ा के डॉ. भीमराव अंबेडकर हॉस्टल में रैगिंग और मारपीट की घटना में तीन छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए। वार्डन अनुपस्थित होने से सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल, पुलिस ने 3-4 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।
Banswara Dr Bhimrao Ambedkar Hostel : बांसवाड़ा जिले के कातरिया स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर छात्रावास में मंगलवार रात रैगिंग और मारपीट की घटना ने पूरे क्षेत्र को हिला दिया। आरोप है कि हॉस्टल में रहने वाले कुछ सीनियर छात्रों ने देर रात जूनियर विद्यार्थियों को कमरे से बाहर बुलाकर उनके साथ अभद्र व्यवहार किया और शारीरिक रूप से हमला किया। इस दौरान तीन छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
हॉस्टल में रात को सीनियरों का गंदा खेल
- स्थानीय सूत्रों के अनुसार, यह घटना 12 अगस्त की देर रात करीब 11 बजे के आसपास हुई। पीड़ित छात्र अपने कमरों में थे, तभी सीनियर छात्रों ने उन्हें बाहर बुलाया और डराने-धमकाने के बाद मारपीट शुरू कर दी। चौंकाने वाली बात यह है कि घटना के वक्त छात्रावास में कोई वार्डन मौजूद नहीं था, जिससे सुरक्षा व्यवस्था और प्रबंधन की लापरवाही पर सवाल उठ रहे हैं।
- घटना के बाद घायल छात्रों के परिजन और अन्य छात्र आक्रोशित हो गए। बुधवार सुबह पीड़ित छात्र कलिंजरा थाने पहुंचे और पूरी घटना की शिकायत दर्ज कराई। अभिभावकों और स्थानीय लोगों ने भी छात्रावास प्रशासन से जवाब मांगा और हॉस्टल में निगरानी व्यवस्था कड़ी करने की मांग की।
कॉलेज में रैगिंग के नाम पर मचा हड़कंप
- कलिंजरा थानाधिकारी विक्रम सिंह ने बताया कि पीड़ितों की शिकायत के आधार पर 3-4 छात्रों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने मेडिकल रिपोर्ट प्राप्त कर ली है और आरोपियों की पहचान के लिए पूछताछ शुरू कर दी है। मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच टीम गठित की गई है, जो हॉस्टल में मौजूद अन्य छात्रों से भी बयान दर्ज करेगी। इस घटना ने न केवल बांसवाड़ा बल्कि पूरे शिक्षा जगत में चिंता की लहर पैदा कर दी है। विशेषज्ञ मानते हैं कि रैगिंग की घटनाएं छात्रों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर गहरा असर डालती हैं और ऐसे मामलों में त्वरित एवं सख्त कार्रवाई जरूरी है।
- छात्र संगठनों ने मांग की है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई के साथ-साथ हॉस्टल प्रबंधन पर भी जिम्मेदारी तय की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
