सार

राजस्थान के भरतपुर शहर में हुए वायुसेना के हादसे में अहम जानकारी सामने आई है। दरअसल दोनो विमान एमपी के ग्वालियर से उड़े थे। इसके कुछ समय बाद वहीं टकराए और उनके टुकड़े राजस्थान और एमपी में गिरे। साथ ही एक पायलट की मौत होने की सूचना आई सामने।

भरतपुर ( bharatpur). भरतपुर में आज सवेरे लड़ाकू विमान हादसे के बारे में बड़ा अपडेट आया है। पहले इसे सेना का हेलीकॉप्टर क्रैश माना जा रहा था लेकिन बाद में पता चला कि यह भारतीय वायुसेना का लड़ाकू विमान है। यह विमान एक अन्य विमान से टकराने के बाद क्रैश हुआ था और उसके बाद इस विमान के टुकड़े भरतपुर के उच्चैन थाना इलाके में स्थित एक गांव में गिरे थे। विमानों के अवशेष के साथ ही इंसान का कटा हुआ हाथ भी मिला है। इस पूरे घटनाक्रम के बारे में एयरपोर्ट के पदाधिकारियों की ओर से फिलहाल किसी भी तरह का बयान सामने नहीं आया है। गांव के खेत में जिस जगह हेलीकॉप्टर गिरा उस जगह लोगों की भीड़ लग गई।

लग गई लोगों की भीड़

हेलीकॉप्टर क्रैश की सूचना जैसे ही गांव में पहुंची बड़ी संख्या में लोग वहां जमा हो गए। इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी गई। कुछ देर में पुलिस और लोकल प्रशासन भी वहां आ पहुंचा। हेलीकॉप्टर क्रेश की जानकारी मिलने के बाद वायुसेना के अधिकारी भी कुछ समय बाद ही वहां पहुंचने के लिए रवाना हो गए।

सुखोई और मिराज लड़ाकू विमान ने एक साथ भरी थी उड़ान

बताया जा रहा है कि लड़ाकू विमान सुखोई और मिराज आज सवेरे एमपी के ग्वालियर से उड़ान भर चुके थे। यह लगभग हर रोज होने वाली ड्रिल थी। हर रोज होने वाले इस अभ्यास के दौरान अचानक दोनों विमान आपस में टकरा गए और उसके बाद आसमान में ही दोनों विमानों में आग लग गई।

राजस्थान तक पहुंचे टुकड़े

आसमान् में दोनो विमान टकराने के बाद उनके टुकड़े दूर दूर तक दूसरे जिले तक पहुंचे। भरतपुर में जहां विमान गिरा वहां लोगों का कहना था कि उन्हें आसमान में आग लगती हुई वस्तुएं गिरती दिख रही थी। उसके बाद जब वे लोग खेत में पहुंचे तो वहां पर विमान का मलबा पड़ा दिखाई दिया। साथ ही एक कटा हुआ इंसानी हाथ भी दिखाई दिया।

बताया जा रहा है कि दोनों लड़ाकू विमान में 3 पायलट थे। इनमें से एक की मौत हो चुकी है जबकि दो अन्य को बचा लिया गया है । उन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया गया है । भरतपुर में मिले विमान के अवशेष किस लड़ाकू विमान के हैं इस बारे में इंडियन एयर फोर्स की ओर से किसी तरह की पुष्टि नहीं की गई है।