सार
राजस्थान के बीकानेर जिले से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। जहां एक महां ने अपने डेढ़ साल के बेटे को अपने पेट से बांधकर नहर में छलांग लगा दी। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मचा हुआ है।
बीकानेर. डेढ़ साल का मासूम बच्चा जो अपनी मां के साथ-साथ अपने परिवार के भी कलेजे का टुकड़ा था। उस मासूम के लिए मां ने अपने हाथों से मौत चुनी। मां ने बेटे को अपनी पेट से बांधा और उसके बाद इंदिरा गांधी नहर में छलांग लगा दी। नहर के पास से पुलिस ने महिला का बैग, उसका मोबाइल फोन, उसकी चप्पल और अन्य वस्तुएं बरामद की तो नहर में महिला की तलाश शुरू कर दी गई । छह दिन तक लगातार तलाश करने के बाद आज सवेरे महिला का शव नहर से बरामद हुआ है। उसके साथ ही उसके बेटे की लाश भी लिपटी हुई है । बीकानेर की छतरगढ़ थाना पुलिस इस पूरे घटनाक्रम की जांच कर रही है ।
मरने से पहले पति को फोन कर कही थी ये आखिरी बात
थाना पुलिस ने बताया कि 30 साल की अनीता अपने डेढ़ साल के बेटे साहिल के साथ 1 फरवरी को अपने पीहर से ससुराल जाने के लिए निकली थी । ससुराल जाने से पहले उसने अपने पति सोनू को फोन करके कहा था कि वह उसे और बेटे साहिल को लेने आ जाए। सोनू पत्नी और बेटे को लेने आता, इससे पहले ही अनीता ने फिर से फोन करके कहा कि वह नहीं आना चाहती। पति चाहे तो अपने बेटे साहिल को ले जा सकता है ।
ससुराल और पीहर दोनों जगहों पर मचा हड़कंप
सोनू के कुछ समझ में नहीं आई तो उसने अनीता के भाई को फोन करके पूरे घटनाक्रम की जानकारी लेनी चाही। पता चला कि अनीता कुछ देर पहले ही ससुराल जाने की कहकर घर से निकल चुकी है । उसके बाद ससुराल और पीहर दोनों जगहों पर हंगामा मच गया । अनीता की तलाश की गई तो उसका पर्स और फोन ससुराल और पीहर के बीच में पड़ने वाली इंदिरा गांधी नहर के नजदीक मिला। इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी गई।
मां ने बेटे को पेट से बांध नहर में लगाई छलांग
पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की और संभावना जताई कि अनीता अपने बेटे साहिल के साथ नहर में कूद गई। नहर में लगातार 6 दिन तक तलाश करने के बावजूद भी मां और बेटे की लाश नहीं मिली , लेकिन आज सवेरे लाश फूल कर पानी की सतह पर आ गई। उसके बाद एसडीआरएफ की टीम ने उसे बाहर निकाल लिया ।
सवाल-आखिर महिला ने अपने और बेटे के लिए मौत को क्यों चुना
पुलिस ने अनीता का फोन भी जप्त किया है। लेकिन फोन को फॉर्मेट कर दिया गया है यानी फोन से किसी तरह की जानकारी पुलिस को नहीं मिल रही है । उधर पीहर और ससुराल पक्ष से भी पुलिस पूछताछ कर रही है । लेकिन दोनों ही पक्षों से किसी तरह की जानकारी पुलिस नहीं जुटा सकी है । अब ससुराल और पीहर पक्ष के अलावा पुलिस के सामने भी यह सवाल खड़ा हो रहा है कि आखिर अनीता ने अपने लिए और अपने मासूम बेटे के लिए मौत को क्यों चुना।
मां और बेटे को अब एक ही चिता पर अंतिम संस्कार
मां और बेटे को अब एक ही चिता पर अंतिम संस्कार करने की तैयारी चल रही है। पत्नी और बेटे को खोने के बाद पति के हाल बेहाल हैं । पुलिस ने बताया कि अनीता और सोनू की शादी 3 साल पहले हुई थी । सोनू किसान है और खेती बाड़ी करता है। अनीता के पीहर पक्ष के लोगों का कहना है कि 3 साल के दौरान अनीता ने कभी भी ससुराल पक्ष की ओर से किसी तरह के तनाव की बात नहीं की। लेकिन उसके बावजूद भी उसने मौत को क्यों चुना, यही सवाल सब को परेशान कर रहा है।