सार

राजस्थान चुनाव परिणाम को लेकर कई एजेंसियों के सर्वे सामने आ चुके हैं। इसमें कुछ में कांग्रेस तो कुछ में बीजेपी का पलड़ा भारी दिख रहा है। हालांकि सूत्रों की माने तो फिर से बाड़ेबंदी और हॉर्स ट्रेडिंग को लेकर अंदरखानों में कवायद चल रही है।

जयपुर। राजस्थान चुनाव परिणाम को लेकर एग्जिट पोल के नतीजे भी आ गए हैं। हालांकि इस बार ज्यादातर सर्वे में भाजपा को अधिक सीटें मिलती दिख रही हैं लेकिन कुछ एग्जिट पोल में कांग्रेस को भाजपा से अच्छी स्थिति में दिखाया गया है। हालांकि नतीजे घोषित होने तक कुछ कहा नहीं जा सकता है। ऐसे में अब अंदर ही अंदर बाड़ेबंदी और हॉर्सट्रेडिंग को लेकर भी चर्चा तेज हो गई है।

अंदर ही अंदर चल रहीं गुप्त तैयारियां
चुनाव के नतीजों को लेकर भले ही कांग्रेस और भाजपा अपने आप को निश्चिंत दिखाएं लेकिन दोनों ही बहुमत जुटाने के लिए हर तरह से गुणा गणित करने में जुटी है। सूत्रों की माने तो कांग्रेस और भाजपा के शीर्ष नेता अन्य छोटे दलों और निर्दलीय प्रत्याशियों से भी संपर्क करने मेें जुट गए हैं। कई निर्दलीय प्रत्याशियों से तो संपर्क भी किया जा चुका है। अगर जरूरत पड़ी तो इनको दोनों ही पार्टियां अपने साथ जोड़ने का प्रयास करेंगी। 

दोनों पार्टियों के प्रदेश अध्यक्षों ने किया जीत का दावा
फिर से बाड़ेबंदी की तैयारी पर कांग्रेस और भाजपा के प्रदेश अध्यक्षों ने साफ कहा कि इसकी जरूरत ही नहीं पड़ेगी क्योंकि पार्टी पूर्ण बहुमत से जीत रही है। भाजपा अध्यक्ष ने इस बार 125 से 130 सीटें पार्टी के हक में होने की बात कही है तो वहीं गोविंद सिंह डोटासरा ने प्रदेश में कांग्रेस की सरकार रिपीट होने की बात कही है।

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कांग्रेस को बागियों पर भी भरोसा
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की माने तो कई नेता टिकट वितरण से नाराज होकर निर्दलीय चुनाव लड़े हैं। ऐसे में यदि वो भी चुनाव जीतते हैं तो वे कांग्रेस में ही आना पसंद करेंगे। कांग्रेस के साथ जुड़कर उन्होंने अपनी बड़ी पहचान बनाई है। भाजपा के साथ वे कभी नहीं जाना चाहेंगे।